ट्रंप के 50% टैरिफ के बीच भारत को झटका देने वाली आई खबर! अब क्या करेगी मोदी सरकार
punjabkesari.in Tuesday, Aug 26, 2025 - 05:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर एक ताज़ा अनुमान सामने आया है। एक एजेंसरी द्वारा कराए गए पोल के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में देश की GDP ग्रोथ धीमी होकर करीब 6.7% रह सकती है।
ब्रोकरेज फर्म्स और अर्थशास्त्रियों की राय
हाल ही में कई ब्रोकरेज फर्म्स ने कहा था कि अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक परिस्थितियों का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। यह पोल 18 से 26 अगस्त के बीच किया गया, जिसमें 70 अर्थशास्त्रियों ने हिस्सा लिया। इनमें से अधिकांश का अनुमान है कि भारत की GDP ग्रोथ पिछली तिमाही के 7.4% से घटकर इस बार 6.7% रह सकती है। यह अनुमान भारतीय रिज़र्व बैंक से थोड़ा ऊपर है। RBI ने दूसरी तिमाही के लिए 6.5% ग्रोथ का अनुमान लगाया है।
धीमी रफ्तार की वजहें
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि GDP की धीमी रफ्तार की सबसे बड़ी वजह है:
- औद्योगिक गतिविधियों में कमी
- प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में गिरावट
हालांकि सरकार की ओर से पूंजीगत खर्च (Capital Expenditure) बढ़ाया गया है, लेकिन उपभोक्ताओं की कमजोर मांग ने निवेश की रफ्तार को धीमा कर दिया है।
सरकार का पूंजीगत खर्च
जून के आंकड़े बताते हैं कि सरकार ने पूंजीगत खर्च को 52% सालाना आधार पर बढ़ाकर 2.8 ट्रिलियन रुपये तक पहुंचाया है। यह राशि मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर खर्च की गई। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने दैनिक उपयोग की वस्तुओं और छोटी कारों पर कर कम करने का प्रस्ताव रखा है, ताकि उपभोक्ता मांग को बढ़ावा मिल सके।
RBI के प्रयास
देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए RBI लगातार कदम उठा रहा है।
- इस साल दो बार ब्याज दरों में कटौती की गई है।
- कुल मिलाकर 75 बेसिस प्वाइंट की राहत दी गई है।
हालांकि, इसका बड़ा असर अब तक RBI ग्रोथ पर देखने को नहीं मिला है। साथ ही, बैंकों ने अभी तक कम ब्याज दरों का फायदा आम उपभोक्ताओं तक पूरी तरह नहीं पहुंचाया है।