Maha Kumbh मेला में लगी भीषण आग, सेक्टर 19 में कई टेंट जलकर हुए खाक; मौके पर पहुंचे सीएम योगी
punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2025 - 04:49 PM (IST)
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में रविवार को सिलेंडर फटने से आग लग गई, जिसने 18 तंबुओं को अपनी चपेट में ले लिया। यह आग इतनी भीषण है कि आसपास के इलाके में काला धुआं छा गया है और इलाके को खाली करवा लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, हादसे में किसी के हताहत होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है। फायर बिग्रेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का जायजा लिया है।
पहले के अपडेट के मुताबिक, महाकुंभ नगर के अखाड़ा पुलिस थाना के प्रभारी भास्कर मिश्रा ने बताया, ‘‘महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में दो एलपीजी सिलेंडर फट गए, जिससे शिविरों में भीषण आग लग गई। अग्निशमन कर्मी आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं।'' कुंभ मेला के मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि आग ने 18 तंबुओं को अपनी चपेट में ले लिया है। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए 15 दमकल गाड़ियां मौके पर हैं।
महाकुंभ 2025 के आधिकारिक ‘एक्स' हैंडल से जारी पोस्ट में कहा गया, ‘‘बहुत दुखद! महाकुंभ में आग की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। प्रशासन तत्काल राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित कर रहा है। हम सभी की सुरक्षा के लिए मां गंगा से प्रार्थना करते हैं।'' सोशल मीडिया मंच से एक वीडियो क्लिप भी साझा किया गया है, जिसमें प्रभावित क्षेत्र से काले धुएं का गुबार उठता दिखाई दे रहा है।
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: The fire that broke out in #MahaKumbhMela2025 was brought under control.
— ANI (@ANI) January 19, 2025
As per officials, the fire broke out in the tents of Gita Press. No casualties were reported in the incident.
(Earlier visuals) pic.twitter.com/DCcxna87ke
महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से हुई और यह 26 फरवरी तक चलेगा। शनिवार तक उपलब्ध आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 7.72 करोड़ से अधिक लोगों ने अबतक संगम में पवित्र डुबकी लगाई है। अधिकारियों ने बताया कि अकेले रविवार (आज) को ही 46.95 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
बता दें कि, महाकुंभ के लिए 10 हजार एकड़ में फैले अस्थायी शहर में एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु और संत हर समय रहते हैं और प्रतिदिन करीब 20 लाख लोग पहुंचते हैं, ऐसे में यहां एकीकृत नियंत्रण कमान केंद्र (आईसीसीसी) के जरिए भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए कड़ी नजर रखी जा रही है। चार एकीकृत नियंत्रण कमान केन्द्रों (आईसीसीसी) में 400 से अधिक लोग लाइव फुटेज और डेटा प्रदर्शित करने वाली बड़ी स्क्रीन पर लगातार नजर रखते हैं ताकि भीड़ की स्थिति और तीर्थयात्रियों के आमद के बारे में कर्मियों को सतर्क किया जा सके।
इन दृश्यों का स्रोत 3,000 से अधिक कैमरे, पानी के नीचे लगाये गए ड्रोन और जमीन पर 60,000 से अधिक कर्मियों का दल है। हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ और 45 दिनों तक जारी रहेगा। अब तक सात करोड़ से ज़्यादा तीर्थयात्री गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम पर डुबकी लगा चुके हैं।