अब व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए कश्मीर में इकट्ठा हो रही पत्थरबाजों की भीड़

punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2017 - 10:24 PM (IST)

श्रीनगर(मजीद): कश्मीर में लगातार हिंसा की घटनाओं के बीच फैली अशांति की जांच में जुटी एन.आई.ए. की टीम ने करीब 117 संदिग्धों की पहचान की है। एन.आई.ए. पिछले 6 महीने से कश्मीर में होने वाली हिंसक घटनाओं में पत्थरबाजों की पहचान कर रही है। एन.आई.ए. ने अब तक 117 संदिग्धों की पहचान कर ली है, जो घाटी में अशांति फैलाने में लगे हुए हैं। 

एन.आई. ए. अधिकारी ने बताया कि अब फिर से व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए युवाओं को पत्थरबाजी के निर्देश दिए जाने लगे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसे 79 व्हाट्सएप ग्रुपों की पहचान कर ली गई है, जिसके जरिए पत्थरबाजी के लिए भीड़ को इकट्ठा किया जाता है। इनमें से कई ग्रुप पाक से ऑप्रेट किए जाते हैं। एन.आई.ए. ने इन व्हाट्सएप ग्रुपों से ही करीब 6386 फोन नंबरों का एक डाटा इकट्ठा किया है, जिसके आधार पर इन लोगों की पहचान की जा रही है। इनमें से करीब 1000 लोग पाकिस्तान और खाड़ी देशों में सक्रिय बताए गए हैं, बाकि 5386 लोग राज्य में सक्रिय हैं। 

एन.आई.ए. के अनुसार अंडरकवर टीम अब इन पत्थरबाजों की पहचान में जुटी हुई है। साथ ही जांचकत्र्ता तकनीकी निगरानी, जी.पी.एस. और सैटेलाइट के जरिए पहचान कर रहे हैं। इन 117 संदिग्धों की पहचान केबाद एन.आई.ए. एक डोजियर तैयार करने में जुटी हुई है, जिसके बाद इन संदिग्धों की धरपकड़ की जाएगी। डोजियर में संदिग्धों की तस्वीरें और अन्य विवरण की जानकारी जुटाई गई है। एन.आई.ए. ने जब कश्मीर में हिंसा को लेकर जांच शुरू की थी तो अलगाववादियों पर सबसे पहले शिकंजा कसा गया था। एन.आई.ए. की टीम ने टैरर फंडिंग के मामले में कई अलगाववादी नेताओं से पूछताछ की थी, साथ ही कई नेताओं को गिरफ्तारी भी किया था। 

एन.आई.ए. ने 2 पत्थरबाजों को किया गिरफ्तार
दक्षिण कश्मीर में पत्थरबाजों पर शिकंजा कसते हुए राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) ने मंगलवार को 2 पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया है। टैरर फंङ्क्षडग केस की जांच कर रही एन.आई.ए. ने कश्मीर घाटी में पहली बार 2 पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया है। कश्मीर में ङ्क्षहसा के हालातों के पीछे आतंक और हवाला के जरिए हुई नापाक फंडिंग के मामले की जांच कर रही एन.आई.ए. पिछले कई दिनों से इस केस से जुड़े सबूत खंगाल रही है। ऐसे में कश्मीर में इन पत्थरबाजों का गिरफ्तार होना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 


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