कहीं आप जहर तो नहीं पी रहे? एक लीटर केमिकल से बन जाता है 500 लीटर दूध, सामने आया वीडियो
punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 10:40 PM (IST)
नई दिल्ली। इन दिनों नकली दूध और पनीर एक बड़ी समस्या बन चुकी है। लोग असली दूध और पनीर के दाम पर नकली उत्पाद खरीदकर घर ले जा रहे हैं, सोचते हुए कि इससे उनकी सेहत अच्छी होगी। लेकिन उन्हें नहीं पता कि वे अनजाने में खतरनाक रसायन खा रहे हैं, जो धीरे-धीरे उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
बुलंदशहर में नकली दूध का बड़ा कारोबार पकड़ा गया
हाल ही में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक बड़े नकली दूध के कारोबार का पर्दाफाश किया। पुलिस ने 5-6 दिसंबर को व्यापारी अजय अग्रवाल के गोदाम पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया। वह नकली दूध बनाने के लिए रसायन तैयार करता था। इस रसायन के एक लीटर से 500 लीटर नकली दूध तैयार होता था, जिसे दिल्ली और नोएडा तक भेजा जाता था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
अजय अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस रसायन को बनाने का लाइव डेमो दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि अधिकारी एक बोतल में रसायन डाल रहे हैं और कुछ ही समय में वह पानी दूध जैसा दिखने लगता है।
एक लीटर केमिकल से 500 लीटर नक़ली दूध तैयार किया जा रहा है. हैरान करने वाली बात यह है की मशीन भी इस नक़ली दूध को नहीं पकड़ पा रही है. बुलन्दशहर में छापेमारी के दौरान नक़ली दूध बनाने वाली फ़ैक्ट्री का खुलासा हुआ है.
— Priya singh (@priyarajputlive) December 8, 2024
आप डेमो देख लीजिए. समझ जाएंगे कि नक़ली दूध कैसे तैयार हो रहा है.… pic.twitter.com/Pc2APX4VUd
गोदाम से मिले खतरनाक रसायन
छापेमारी के दौरान विभाग को कारोबारी के गोदाम से 21,700 किलो केमिकल मिला। इनमें स्किल्ड मिल्क, कास्टिक पोटाश, व्हे पाउडर, सॉर्विटोल और सोया रिफाइंड जैसे हानिकारक पदार्थ शामिल थे।
20 साल से चला रहा था यह गोरखधंधा
अजय अग्रवाल, जो बुलंदशहर के देवीपुरा का रहने वाला है, पिछले 20 साल से इस नकली दूध बनाने के गोरखधंधे में शामिल था। उसके द्वारा तैयार किए गए डेयरी उत्पाद उसकी दुकान "अग्रवाल ट्रेडर्स" पर बेचे जाते थे, जो स्याना रोड पर स्थित है।
नकली दूध तैयार करने की खतरनाक प्रक्रिया
यह प्रोसेस इतना तेज और खतरनाक था कि महज दो मिनट में एक लीटर नकली दूध तैयार किया जा सकता था। विभाग ने इस प्रक्रिया का डेमो भी दिखाया, जिसका वीडियो वायरल हो गया।
