Gen-z-protest: नेपाल हिंसा में 20 की मौत व 200 घायल; काठमांडू में कर्फ्यू, देखते ही गोली मारने का आदेश (Video)
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 07:17 PM (IST)

Kathmandu: नेपाल में सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में सोमवार को युवाओं द्वारा काठमांडू में किए गए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई व 000 लोग घायल हो गए। इस दौरान प्रदर्शनकारी संसद में घुस गए और जमकर बवाल किया। पुलिस ने यह जानकारी दी। राजधानी के कुछ हिस्सों में स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण अधिकारियों ने मजबूर होकर एक दिन के लिए कर्फ्यू लगा दिया और देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए।
Violence and Protest 🚨
1 Died and 8+ injured in Massive Violence in Nepal as the youth (Gen Z) are protesting against Nepal government, over the social media ban and against corruption.
Major clashes between Gen-Z and the police in Kathmandu.
Videos 📷#Nepal #socialmediaban pic.twitter.com/VvZmxtUUf4
— Mayank (@mayankcdp) September 8, 2025
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। राजधानी काठमांडू में सुबह-सुबह स्कूल के छात्रों समेत हजारों युवाओं ने मैतीघर और बानेश्वोर इलाकों में मार्च निकाला। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए फेसबुक, व्हाट्सएप और एक्स सहित 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का आरोप लगाया।
🚨Violent protests in Kathmandu as Gen Z sets Parliament gate on fire over ban on 26 social media platforms.
— Siddharth (@Siddharth_00001) September 8, 2025
Visuals from Civil Hospital, Kathmandu show injured flooding in.
Nepal govt issues shoot-at-sight Orders.
pic.twitter.com/XarFmrNtge
इस दौरान प्रदर्शन हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन के पास पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आनन-फानन में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने लाठी चार्ज किया, आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां चलाईं। काठमांडू जिला प्रशासन ने संसद भवन के आसपास के क्षेत्रों में अशांति को रोकने के लिए अपराह्न 12:30 बजे से रात 10:00 बजे तक निषेधाज्ञा लागू की। मुख्य जिला अधिकारी छवि लाल रिजाल ने एक नोटिस में कहा, ‘‘ प्रतिबंधित क्षेत्र में लोगों के आवागमन, प्रदर्शन, बैठक, सभा या धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी।''
Nepal’s future is bleeding – 10 Gen-Z students killed and numbers rising, 1000+ injured. They are protesting years of looting, social media suppression, and crumbling basic rights. The world must not stay silent. #GenZRevolt #StandWithNepal pic.twitter.com/nwMakxguMi
— Diwash Amgai (@diwash_1) September 8, 2025