नापाक पाक कर रहा है एलओसी पर तनाव पैदा करने की कोशिशें, सिर्फ जून में ही मारे गये हैं 41 आतंकी

punjabkesari.in Tuesday, Jun 30, 2020 - 12:25 PM (IST)

जम्मू: जहां एक तरफ चीन एलएसी पर तनाव पैदा करने में लगा है वहीं अब पड़ोसी पाक भी फिर से आंखें दिखा रहा है। पाकिस्तान एलओसी पर लगातार तनाव पैदा करने की कोशिशें कर रहा है। पाकिस्तान ने इस वर्ष मई में सीमा पार लगातार संघर्ष विराम तोड़ा और फायिरंग की। सीमा पार से तकरीबन 382 बार गोलीबारी की गई जबकि जून में 302 बार सीजाफायर तोड़ा गया।  पाकिस्तान की इस हरकत का सुरक्षाबल मुंहतोतड़ जवाब भी दे रहे हैं। जम्मू कश्मीर में आतंकवाद निरोधी आॅपरेशन जारी हैं और पिछले वर्ष के मुकबाले इस वर्ष इन्हें तेजी से किया जा रहा है और अकेले जून में ही अभी तक 41 आतंकी ढेर किये जा चुके हैं।PunjabKesari

पाक की नापाक गोलीबारी
अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान इस वर्ष 25 जून तक 2215 बार सीमा पर गोलीबारी कर चुका है। जबकि 2019 में 3168 और 2018 में 1629 बार सीजफायर तोड़ा गया था।

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पाकिस्तान करवा घुसपैंठ
पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में आतंकियों का सरगना बना हुआ है। सीमा पार से लगातार घुसपैंठ जारी है। इस गर्मियों में घुसपैंठ भारी मात्रा में जारी है और उसी के साथ आतंकियों का भी सफाया किया जा रहा है। चिनार कापर्स के ले जनरल बी एस राजू ने एक समाचार पत्र को 30 अप्रैल को बताया था कि सीमा पर जो निरंतर सीजफायर तोड़ा जा रहा है उसका अर्थ है कि पाकिस्तान सीमा पार से ज्यादा आतंकियों की घुसपैंठ करवा रहा है ताकि कश्मीर में शाांति को भंग किया जा सके। 

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जारी है आतंक निरोधी अभियान
सीमा की सुरक्षा करने के साथ ही सुरक्षाबल जम्मू कश्मीर में आतंक निरोधी अभियानों को भी अंजाम दे रहे हैं।  जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद मोबाइल इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया था और इससे आतंकियों के बारे में मिलने वाली इंटैलिजेंस सूचनाओं पर असर पड़ा था। अभी तक कि बात करें तो इस वर्ष जून तक 119 आतंकी मारे गये हैं जबकि अकेले जून में 41 आतंकी ढेर किये गये। वर्ष 2019 में 158 आतंकीी मारे गये थे जबकि 2018 में 254 और 2017 में 213 आतंकी सुरक्षाबलों के हाथों विभिन्न आॅपरेशनों में मारे गये थे।

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दोनों फ्रंट पर तैयार है सेना
नेशनल सेक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य और चिनार कापर्स के पूर्व कामंडर सेवानिवृत ले जनरल सुब्रता साहा का कहना है कि कश्मीर में सुरक्षाबल अतिरिक्त तौर पर सक्रिय हैं। चीन के खिलाफ स्थिति तनावपूर्ण है और उससे निपटा जा रहा है पर वहीं आतंकियों के खिलाफ अभियान भी अच्छा जा रहा है। उन्होेंने कहा कि पाकिस्तान सेना का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है और इसी वजह से एलओसी पर भी तनाव पैदा किया जा रहा है। दूसरी तरफ से आतंकियों को भी धकेला जा रहा है। सेना के अधिकारियों ने कहा कि मौजूदा समय में चीन हो या पाकिस्तान, दोनों सीमाओं पर सेना सक्रिय है पर इसे टू फ्रंट वार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिये। उन्होंने सेना प्रमुख के पिछले महीने के उस बयान की सफाई दी जिसमें उन्होंने टू फ्रंट वार की बात कही थी और कहा था कि दोनों ही फ्रंट सौ प्रतिशत सक्रिय नहीं हैं। उन्होंने मनोहर परिकर इंस्टीच्यूट आॅफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालीसस में एक बयान में कहा था कि टू फ्रंट वाॅर एक संभावना है। ऐसा नहीं है कि हर समय ऐसा होता है।  हमे हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिये। 


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Monika Jamwal

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