38 साल बाद पुणे के युवक ने चखा खाने का स्वाद, 1 साल की उम्र से बंद था मुंह

punjabkesari.in Monday, Jan 08, 2018 - 02:04 PM (IST)

पुणेः पुणे के राजीव नगर के रहने वाले राजेंद्र पंचाल ने पिछले 38 साल तक ठोस भोजन नहीं खाया वे बस पेय पदार्थों और हल्के खाने पर निर्भर रहे। राजेंद्र जब एक साल के थे तब एक दुर्घटना के शिकार हो गए थे। उस हादसे के बाद उनका मुंह पूरा नहीं खुलता था। मुंह बंद होने के कारण वह खाना नहीं चबा पाता था। ठोस भोजन नहीं करने की वजह से वह कुपोषण के शिकार हो गए। परिवार की भी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वे राजेंद्र का इलाज करवा पाते। ऐसे ही पेय पदार्थों पर उसने 38 साल गुजार दिए। लेकिन पिछले कुछ महीनों से राजेंद्र के दांत में काफी दर्द हो रहा था। जब उसको डॉक्टर के पास ले जाया गया तो चिकित्सक सामने सबसे बड़ी दिक्कत थी कि राजेंद्र मुंह नहीं खोल पा रहा था।

इसके बाद एमए रंगूनवाला कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने उसकी सर्जरी की। अस्पताल के डॉक्टर अरुण तांबूवाला ने बताया कि हमने राजेंद्र की जब जांच की तो हमने उसकी आर्थिक हालत देखकर और इस परेशानी से तड़पते देख फ्री में सर्जरी करनी की सोची। इसके बाद उसके सापे टैस्ट आदि भी फ्री किए गए लेकिन बात ब्लड ग्रुप पर आकर फंस गई। राजेंद्र का ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव है। तभी विभाग के एक छात्र ने बल्ड के लिए पैसे दिए जिसके बाद हम सर्जरी की प्रक्रिया पूरी कर पाए। अब राजेंद्र पूरी तरह से ठीक है और धीरे-धीरे खाना खा रहा है। डाक्टरों के मुताबिक इस तरह के मामलों में चेहरे के जॉइंट खोपड़ी से मिल जाते हैं। कई बार तो मरीज का पूरी तरह से जॉइंट बदलना पड़ता है। इसके लिए बेहद कुशल तरीके से सर्जरी करनी पड़ती है।


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