भारतीय नौसेना के सामने 35 समुद्री लुटेरों ने टेके घुटने, चालक दल के 17 सदस्यों को सुरक्षित निकाला बाहर

punjabkesari.in Monday, Mar 18, 2024 - 02:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क. भारतीय नौसेना समुद्री डाकुओं पर कहर बनकर टूट रही है। नौसेना की ताबड़तोड़ कार्रवाई से वर्षों से मालवाहक जहाजों के लिए चिंता का कारण बने समुद्री डाकुओं के हौसले पस्त होने लगे हैं। अब नौसेना ने सोमालिया के पूर्वी तट पर जहाजों के अपहरण के समुद्री डाकुओं के एक प्रयास को विफल कर दिया है। नौसेना की कार्रवाई के बाद अपहृत किए गए जहाज पर सवार सभी डाकुओं ने आत्मसमर्पण कर दिया है। चालक दल के 17 सदस्यों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है। 


IANS के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले डाकुओं की संख्या 35 है। यह आपरेशन लगभग 40 घंटे चला। सोमालिया के समुद्री डाकुओं ने एमवी रुएन जहाज का तीन माह पहले अपहरण कर लिया था। वे इसी जहाज पर सवार होकर दूसरे जहाज को शिकार बनाने के प्रयास में थे। नौसेना ने इस जहाज की पहचान कर इस पर सवार डाकुओं से आत्मसमर्पण करने को कहा। 

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नौसेना ने बताया कि इस दौरान जहाज से युद्धपोत पर गोलीबारी की गई। भारतीय युद्धपोत ने भी आत्मरक्षा में अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार सीमित कार्रवाई की। जहाज पर सवार समुद्री डाकुओं से आत्मसमर्पण करने के साथ ही उनके द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने को कहा गया। बाद में नौसेना की कड़ी चेतावनी के बाद जहाज पर सवार सभी डाकुओं ने आत्मसमर्पण कर दिया। 


इस जहाज में बंधक बनाए गए चालक दल के 17 सदस्यों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम समुद्री सुरक्षा और नाविकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारतीय नौसेना इससे पहले भी समुद्री डाकुओं के हौसले पस्त कर चुकी है। शुक्रवार को नौसेना ने कहा था कि एक भारतीय युद्धपोत और एक लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान ने बांग्लादेशी ध्वज वाले मालवाहक जहाज के अपहरण के बाद उसे सहायता प्रदान की। पिछले कुछ सप्ताह में नौसेना ने कई जहाजों की सहायता की है। नौसेना ने इस माह के शुरू में सोमालिया के तट पर मछली पकड़ने वाले जहाज पर डकैती के प्रयास को विफल कर दिया था। इस पर 11 ईरानी और आठ पाकिस्तानी नागरिक सवार थे।


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Content Editor

Parminder Kaur

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