Chhattisgarh: गरियाबंद मुठभेड़ में अबतक बरामद हुए 16 नक्सलियों के शव, 1 करोड़ का इनामी नक्सली भी ढेर
punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2025 - 12:53 PM (IST)
नेशनल डेस्क। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सोमवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें अबतक 16 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि इस मुठभेड़ में 1 करोड़ का इनामी नक्सली भी ढेर हो गया है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है और माना जा रहा है कि कुछ और शव बरामद हो सकते हैं। इस दौरान नक्सली लगातार सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर रहे हैं।
मुठभेड़ की शुरुआत
बता दें कि सोमवार शाम सुरक्षाबलों ने मैनपुर थाना क्षेत्र के कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। ऑपरेशन के दौरान 16 नक्सलियों के शव बरामद हुए। इनमें से कई नक्सली महत्वपूर्ण नेता थे। मारे गए नक्सलियों में सेंट्रल कमेटी का सदस्य मनोज और स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य गुड्डू शामिल हैं। मनोज पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था वहीं गुड्डू पर 25 लाख रुपये का इनाम था। मनोज ओडिशा राज्य का प्रमुख भी था। इसके अलावा केंद्रीय कमेटी मेंबर जयराम उर्फ चलपती जो 1 करोड़ रुपये का इनामी था भी मारा गया। मारे गए नक्सलियों में महिला नक्सली भी शामिल हैं। अन्य नक्सलियों की पहचान की जा रही है।
हथियारों की बरामदगी
सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एसएलआर राइफल और ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
सर्च ऑपरेशन में कई बल शामिल
सोमवार की मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन के लिए विभिन्न सुरक्षाबलों की टीमों को रवाना किया गया था जिसमें E30, कोबरा 207, सीआरपीएफ 65 और 211 बटालियन, एसओजी नुआपाड़ा की संयुक्त पार्टी शामिल थी।
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पहले दिन दो नक्सली मारे गए
सोमवार को शुरू हुए इस ऑपरेशन के पहले दिन सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान भी घायल हो गया था जिसे गंभीर हालत में रायपुर एयरलिफ्ट किया गया था। घायल जवान की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। मुठभेड़ से मौके पर तीन आईईडी और एक स्वचालित राइफल भी बरामद की गई थी।
संयुक्त ऑपरेशन
यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमाओं पर संयुक्त ऑपरेशन के तहत हुई। ऑपरेशन में 10 टीमों ने भाग लिया जिसमें ओडिशा पुलिस की 3, छत्तीसगढ़ पुलिस की 2 और सीआरपीएफ की 5 टीमें शामिल थीं। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को ड्रोन की मदद से नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिली।
ऑपरेशन की स्थिति
सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच सुबह से रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही थी। शाम तक ऑपरेशन जारी रहा और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के मूवमेंट का अनुमान लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। बता दें कि इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता मिली है क्योंकि कई महत्वपूर्ण नक्सली नेता ढेर हुए हैं। सर्च ऑपरेशन को लेकर अब भी जानकारी जुटाई जा रही है।