छत्तीसगढ़ एनकाउंटर: बीजापुर में सुरक्षाबलों से मुठभेड़, 7 नक्सली ढेर, 2 जवान शहीद
punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 06:30 PM (IST)
नेशनल डेस्क : भारत के विभिन्न हिस्सों को नक्सलियों से मुक्त कराने के लिए सुरक्षाबलों का ऑपरेशन लगातार जारी है। इसी क्रम में बुधवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। जानकारी के मुताबिक, यह मुठभेड़ बीजापुर-दंतेवाड़ा की सीमा पर स्थित गंगालूर इलाके में चल रही है। अब तक के अपडेट के अनुसार इस मुठभेड़ में 7 नक्सली मारे गए हैं और 2 जवान शहीद हुए हैं।
7 माओवादी ढेर
दंतेवाड़ा डीआईजी कमलोचन कश्यप ने बताया कि पिछले दो घंटे से जवानों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है। इस दौरान अब तक 7 माओवादी मारे गए हैं, जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं मुठभेड़ में दो DRG जवान शहीद हो गए हैं। जवानों ने नक्सलियों को पूरी तरह घेर रखा है और मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
कई घंटे से जारी जबरदस्त फायरिंग
सूत्रों के मुताबिक, पिछले कई घंटे से दोनों पक्षों के बीच फायरिंग चल रही है। गंगालूर इलाके में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को घेर रखा है। अब तक 7 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है। अधिकारी बता रहे हैं कि मरने वाले नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है।
मुठभेड़ की शुरुआत कैसे हुई?
जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को बीजापुर के गंगालूर इलाके के जंगलों में नक्सलियों की गतिविधियों की सूचना मिली। इसके बाद जिला रिजर्व गार्ड (DRG), एसटीएफ और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की ज्वॉइंट टीम को इलाके में भेजा गया। सुरक्षाकर्मियों की टीम को देखते ही नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया।
इस साल मारे गए नक्सलियों की संख्या
PTI के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि साल 2025 में छत्तीसगढ़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या लगभग 268 हो गई है। इनमें से 239 नक्सली बीजापुर समेत सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में मारे गए हैं। वहीं 27 नक्सली रायपुर क्षेत्र के गरियाबंद में और 2 नक्सली दुर्ग क्षेत्र के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में मारे गए हैं।
इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में अपनी सख्त निगरानी और अभियान जारी रखा है। अधिकारियों का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ यह अभियान क्षेत्र को सुरक्षित बनाने और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अहम कदम है।
