चुनाव के अंतिम चरण में प्रचंड गर्मी बनीं जानलेवा, चुनावी ड्यूटी पर मिर्जापुर आए 13 चुनाव अधिकारी की मौत

punjabkesari.in Friday, May 31, 2024 - 09:35 PM (IST)

नेशनल डेस्कः मिर्जापुर में लोकसभा चुनाव के लिए ड्यूटी पर तैनात 13 चुनावकर्मियों की शुक्रवार को तेज बुखार और उच्च रक्तचाप की शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज में मौत हो गयी जबकि 23 अन्य चुनावकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां स्थित मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन सभी कर्मियों की मौत के सटीक कारण का पता भी नहीं चल सका है। मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजबहादुर कमल ने बताया कि मृतकों में सात होमगार्ड जवान, तीन सफाई कर्मचारी, सीएमओ कार्यालय में तैनात एक लिपिक, एक चकबंदी अधिकारी और होमगार्ड टीम का एक चपरासी शामिल है। उन्होंने बताया कि जब ये मरीज जब मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए गए तो उन्हें तेज बुखार, उच्च रक्तचाप और बढ़ी हुई शुगर की शिकायत थी।

डॉ. कमल ने कहा, ‘‘13 मृतकों में से चार को मृत अवस्था में लाया गया था। इन चार में से दो होमगार्ड के जवान थे। मरने वाले कुल सात होमगार्ड जवानों में से पांच की मौत 20-25 मिनट के अंतराल में अस्पताल लाए जाने के बाद हुई। मृतक होमगार्ड 50-55 साल की उम्र के थे।'' उन्होंने बताया कि अभी अस्पताल में 23 चुनावकर्मी भर्ती हैं, जिनमें से एक पीएसी का जवान, एक अग्निशमन सेवा का जवान और एक पुलिस का जवान है। उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी मरीजों को तेज बुखार, उच्च रक्तचाप और बढ़ी हुई शुगर की शिकायत थी। लगभग सभी का रक्तचाप और शुगर का स्तर अधिक था। ज्यादातर होमगार्ड एक से अधिक बीमारी के शिकार थे।''

प्राचार्य के मुताबिक, मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा। मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने ‘एक्स' पर अपने वीडियो संदेश में बताया कि, ‘‘जनपद मिर्जापुर में एक जून को लोकसभा का चुनाव होना है। आज चुनावकर्मियों को रवाना किया गया था। इसी दौरान छह होमगार्ड की दुखद मृत्यु हो गई। इनमें से दो होमगोर्ड दो जनपद गोंडा के रहने वाले थे, जबकि एक-एक होमगार्ड प्रयागराज, बस्ती, कौशांबी और मिर्जापुर का निवासी था।'' उन्होंने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया हैं और उनके परिवारों को सूचना दे दी गई है।

सात चुनावकर्मियों की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हिंदी में ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा,‘‘मिर्जापुर में सात चुनावकर्मियों की मौत की खबर बेहद दुखद है। सरकार अपना मौन तोड़े और बदइंतजामी की वजह से उजड़ चुके परिवारों को भावनात्मक राहत देने के लिए आगे आए।'' उन्होंने कहा,‘‘सरकार पांच होमगार्ड, सीएमओ कार्यालय के एक लिपिक और एक सफाईकर्मी के परिवार के लिए तुरंत पांच-पांच करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित करे और जो अन्य कर्मी गर्मी के कारण बीमार पड़ गये हैं उन सभी लोगों को बेहतरीन उपचार उपलब्ध कराए।''

यादव ने आरोप लगाया कि इस सरकार में कर्मचारियों के जीवन का कोई मोल नहीं है। उन्होंने कहा कि वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप कर्मचारियों को सही समय से वेतन नहीं मिल पा रहा है, ना ही उन्हें पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है। यादव ने कहा कि कर्मचारियों को अनावश्यक कामों में उलझाकर उन्हें तनावग्रस्त जीवन जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मिर्जापुर में एक जून यानी शनिवार को सातवें चरण के तहत लोकसभा चुनाव के लिये मतदान होगा।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Yaspal

Related News