12 साल के बच्चे की लिफ्ट में फंसने से मौत, पैर लोहे की सलाखों के बीच फंसा और फिर....
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 01:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज के दौर में लिफ्ट सुरक्षा को लेकर कई बार गंभीर घटनाएं सामने आती रही हैं, जो हमारे लिए एक बड़ी चेतावनी हैं। ताजा मामला पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ शहर के चौविसवाड़ी क्षेत्र स्थित राम स्मृति सोसाइटी से आया है, जहां एक 12 साल के बच्चे की लिफ्ट में फंसने से मौत हो गई। इस हादसे ने सभी माता-पिता और सोसाइटी प्रशासन के लिए सुरक्षा के महत्व को दोबारा उजागर किया है।
हादसे का पूरा मामला
राम स्मृति सोसाइटी की चार मंजिला इमारत की लिफ्ट पुराने डिजाइन की थी, जिसमें लोहे की सलाखों वाला दरवाजा था। बच्चा खेलते-खेलते लिफ्ट के बाहर खड़ा था और उसका पैर लोहे की सलाखों के बीच फंस गया। इसी कारण लिफ्ट तीसरी और चौथी मंजिल के बीच अटक गई। बच्चे ने बाहर निकलने के लिए मदद की आवाज़ें लगाईं, लेकिन गेट खुल नहीं पाया।
मदद के लिए पुकारते बच्चे की आवाज सुनकर जुटे लोग
बच्चे की आवाज सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत उसके माता-पिता को सूचना दी। बच्चे को बचाने की हर संभव कोशिश की गई, लेकिन स्थिति गंभीर हो रही थी। अंततः दमकल विभाग को बुलाया गया, जिसने कटर की मदद से लिफ्ट का दरवाजा तोड़ा और बच्चे को बाहर निकाला।
अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ा बच्चा
बच्चे को तुरंत नजदीकी निजी अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसने अपनी जान गंवा दी। हादसे की वजह से परिवार में कोहराम मच गया और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
सुरक्षा की अनदेखी बनी मौत की वजह
यह दुखद घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि कई बार लिफ्टों के पुराने डिजाइन और उनकी नियमित जांच-रखरखाव न होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर खतरे पैदा हो जाते हैं। तेजी से बढ़ते शहरीकरण और आवासीय सोसाइटी में जल्दबाजी में सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज करना बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।