बादल फटा, सब कुछ बहा ले गया…पर चमत्कार बनकर बच गई 11 महीने की ये बच्ची
punjabkesari.in Sunday, Jul 06, 2025 - 05:54 AM (IST)

नेशनल डेस्कः हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने से आई विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन ने जनजीवन तहस-नहस कर दिया है। राज्यभर में अब तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 37 से ज्यादा लोग लापता हैं। सबसे ज्यादा तबाही मंडी जिले के गोहर ब्लॉक में देखने को मिली। सराज विधानसभा क्षेत्र में स्थित परवाड़ा गांव में भारी बारिश और बादल फटने से आई बाढ़ ने एक परिवार उजाड़ दिया। परिवार के तीन सदस्य मां, पिता और दादी की मौत हो गई है। लेकिन इस भीषण तबाही में 11 महीने की बच्ची "निकिता" का सुरक्षित बाहर निकल आना, किसी चमत्कार से कम नहीं है। अब तक केवल रमेश का शव निकाला गया है जबकि माता और दादी की खोज जारी है।
निकिता की चमत्कारिक बचत
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बचाव टीम की जानकारी के अनुसार, निकिता दीवार के पीछे छिपी हुई सुरक्षित मिली—बेसुध और डर के बावजूद वह पूरी तरह जिंदा थी।
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मीडिया में वायरल वीडियो में एसडीएम स्मृतिका नेगी को बच्ची को गोद में लेकर खिलखिलाते हुए देखा गया, जो बेहद भावुक कर देने वाला दृश्य था ।
प्रशासन और समाज की प्रतिक्रिया
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बुआ ने फिलहाल बच्ची की देखभाल संभाली है।
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एसडीएम स्मृतिका नेगी, जिन्हें इस इलाके में पहले भी गर्भवती महिलाओं को राहत पहुंचाने के लिए सराहा गया था, व्यक्तिगत तौर पर बच्ची से जुड़ी हुई हैं और नियमित रूप से मिलकर देखभाल कर रही हैं ।
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सोशल मीडिया पर लोगों ने बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई है, जिससे साफ़ प्रतीत होता है कि समाज भी अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार है।
राहत और बचाव कार्य
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SDRF, NDRF और स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाक़ों को मलबा हटाकर राहत कार्य और बचाव जारी रखा है।
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एसडीएम नेगी और बीडीओ सरवन कुमार ने खुद बेलचा उठाकर राहत कार्य में मदद की ।
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सराज क्षेत्र की लगभग 38 पंचायतें प्रभावित हैं, 280 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं और सैकड़ों लोग लापता बताये जा रहे हैं