दिल्ली की सड़कों पर 2026 तक 11,000 नई बसें, 8,000 होंगी इलेक्ट्रिक, प्रदूषण कम करने की दिशा में बड़ा कदम

punjabkesari.in Sunday, Mar 02, 2025 - 02:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और नागरिकों को स्वच्छ हवा प्रदान करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना का अनावरण किया है। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में तैयार की गई है, और इसका उद्देश्य दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार करना है। दिल्ली में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो गई है और इस योजना के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी और शहर का वातावरण साफ-सुथरा होगा।

 

Delhi Government Unveils Ambitious Plan to Combat Air Pollution!

Under the visionary leadership of Hon'ble Prime Minister Shri @narendramodi Ji, the Delhi Government is set to implement a comprehensive action plan to tackle air pollution head-on!

Key Highlights:

- Electrify…

— Tajinder Bagga (@TajinderBagga) March 2, 2025

 

दिल्ली की सड़कों पर विद्युतीकरण

दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन में एक बड़ा बदलाव लाने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत, दिल्ली की सड़कों पर 2026 तक 11,000 नई बसें चलाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 8,000 बसें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होंगी। इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति आएगी और प्रदूषण में भी उल्लेखनीय कमी आएगी। यह कदम वाहन उत्सर्जन को नियंत्रित करने और पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

पुराने वाहनों पर कड़ी कार्रवाई

दिल्ली सरकार ने पुराने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। 1 अप्रैल से, 15 साल पुराने वाहनों को ईंधन नहीं दिया जाएगा, ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके। इसके अलावा, पेट्रोल पंपों पर विशेष उपकरण लगाए जाएंगे जिनकी मदद से प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की पहचान की जा सकेगी और उन्हें तुरंत रोका जा सकेगा। यह कदम प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कारगर साबित हो सकता है, क्योंकि पुराने वाहन अधिक प्रदूषण फैलाते हैं।

एंटी-स्मॉग गन का उपयोग

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक और प्रभावी उपाय की शुरुआत की है, और वह है एंटी-स्मॉग गन का उपयोग। बड़े होटलों, कार्यालय परिसरों, हवाई अड्डों, निर्माण स्थलों और अन्य प्रमुख स्थानों पर इन गनों का उपयोग किया जाएगा। ये गन प्रदूषण के कणों को हवा से हटाकर वातावरण को साफ करेंगी। इस तकनीकी उपाय से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम किया जा सकेगा और लोगों को बेहतर वायु गुणवत्ता मिल सकेगी।

क्लाउड सीडिंग – कृत्रिम वर्षा का विकल्प

दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए एक नया और उन्नत उपाय अपनाने की योजना बना रही है – क्लाउड सीडिंग। इस प्रक्रिया के जरिए कृत्रिम वर्षा को प्रेरित किया जाएगा, जिससे हवा में मौजूद प्रदूषण कणों को नष्ट किया जा सकेगा। यह तकनीकी उपाय दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक प्रभावी विकल्प साबित हो सकता है, क्योंकि इससे हवा में सुधार और प्रदूषण में कमी आएगी।

जन जागरूकता अभियान

दिल्ली सरकार प्रदूषण नियंत्रण उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक जन जागरूकता अभियान भी चलाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र और दिल्ली सरकार के स्कूलों के इको-क्लब के सदस्य मिलकर लोगों को प्रदूषण के प्रभाव और इसे नियंत्रित करने के उपायों के बारे में जागरूक करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों को प्रदूषण की गंभीरता और इसके प्रभावों के बारे में जागरूक करना है, ताकि वे प्रदूषण को कम करने में सक्रिय रूप से भाग लें।

हरित आवरण का विस्तार

दिल्ली सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है और वह है दिल्ली के हरित आवरण को बढ़ाना। खाली पड़ी ज़मीनों को हरे-भरे जंगलों में बदलने का कार्य किया जाएगा। इससे न केवल दिल्ली का वातावरण शुद्ध होगा, बल्कि यह पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी एक कदम होगा। हरित आवरण का विस्तार करने से प्रदूषण कम होगा और वायु गुणवत्ता में सुधार आएगा।

 

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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