खुलासा: 10 हजार रुपए में बन सकते हैं भारत के फर्जी नागरिक

punjabkesari.in Saturday, Apr 09, 2016 - 11:12 AM (IST)

नई दिल्ली: असम के विधानसभा चुनावों में सीमापार से गैरकानूनी घुसपैठ सबसे बड़ी समस्या नजर आ रही है। क्योंकि फर्जी दस्तावेजों के जरिए किसी विदेशी के लिए भारतीय नागरिकता पाना अब कोई बड़ी बात नहीं रह गई है। केवल 10 हजार रुपए में कोई भी विदेशी भारत की नागरिकता हासिल कर सकता है। ये खुलासा जांच के दौरान हुआ कि बांग्लादेशी अप्रवासियों के लिए भारत की नागरिकता पाना कितना आसान है।

 

जांच के दौरान जो सबसे ज्यादा परेशान कर देने वाली बात सामने आई वो यह कि कुछ अवैध अप्रवासी, जिन्हें ट्रिब्यूनल ने आधिकारिक तौर पर विदेशी घोषित किया हुआ है लेकिन उनके पास अब भी वोट देने का अधिकार है। तो जब 11 अप्रैल को असम में दूसरे चरण का मतदान होगा तब सिर्फ भारतीय नागरिक ही नहीं बल्कि बांग्लादेश से आए कुछ अवैध अप्रवासी भी वोट देंगे।

 

ढुबरी असम-बांग्लादेश बॉर्डर के इलाके में आता है। ब्रह्मपुत्र नदी की वजह से इस जिले का बड़ा हिस्सा खुला है। जिले में 75 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि क्षेत्र में मुस्लिमों की बढ़ती आबादी की वजह बांग्लादेश से होने वाली अवैध घुसपैठ है।

 

डिस्ट्रिक्ट ट्रांसपोर्ट ऑफिस जहां सिर्फ भारतीयों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनते हैं। लेकिन ऑफिस के बाहर रहने वाले दलालों को इससे खास फर्क नहीं पड़ता कि लाइसेंस बनवाने वाला भारतीय है या बांग्लादेशी। दलाल ने लाइसेंस बनाने के लिए 10 हजार रुपए मांगे और कहा कि लाइसेंस ढुबरी के पते पर बन जाएगा।  

 

इससे पहले भी बांग्लादेशी अप्रवासी द्वारा फर्जी दस्तावेजों के जरिए नागरिकता हासिल करने के कई मामले सामने आ चुके हैं। एन.आर.सी की जांच में पता लगा कि सिर्फ ढुबरी जिले में ही 27 हजार अवैध घुसपैठिए हैं। बता दें कि यह वो आंकड़ा है जो आधिकारिक तौर पर दाखिल है, असल में इससे ज्यादा संख्या में बांग्लादेशी अप्रवासी मौजूद हैं।


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