स्वर्ण बॉन्ड की पहली श्रृंखला के लिए निर्गम मूल्य 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय
punjabkesari.in Friday, Jun 17, 2022 - 09:36 PM (IST)
मुंबई, 17 जून (भाषा) सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (एसजीबी) योजना 2022-23 की पहली श्रृंखला खरीद के लिये 20 जून से पांच दिनों के लिए खुलेगी। इसके लिए निर्गम मूल्य 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (एसजीबी) योजना 2022-23 की पहली श्रृंखला खरीद के लिये 20 से 24 जून, 2022 के बीच खुलेगी।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है।’’
आरबीआई ने कहा, ‘‘ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से स्वर्ण बांड के लिये आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिये निर्गम मूल्य 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा। इस तरह के निवेशकों के लिए स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,041 रुपये प्रति ग्राम है।’’
स्वर्ण बॉन्ड योजना 2022-23 की दूसरी श्रृंखला आवेदन के लिए 22 से 26 अगस्त के दौरान उपलब्ध होगी।
केंद्रीय बैंक दरअसल भारत सरकार की तरफ से बांड जारी करता है। ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है।
पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 12,991 करोड़ रुपये मूल्य के 10 किस्तों में एसजीबी जारी किये गये थे।
अभिदान की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए चार किलोग्राम, एचयूएफ के लिए चार किलोग्राम और न्यासों तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है।
सोने की भौतिक मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लाई गई थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (एसजीबी) योजना 2022-23 की पहली श्रृंखला खरीद के लिये 20 से 24 जून, 2022 के बीच खुलेगी।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है।’’
आरबीआई ने कहा, ‘‘ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से स्वर्ण बांड के लिये आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिये निर्गम मूल्य 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा। इस तरह के निवेशकों के लिए स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,041 रुपये प्रति ग्राम है।’’
स्वर्ण बॉन्ड योजना 2022-23 की दूसरी श्रृंखला आवेदन के लिए 22 से 26 अगस्त के दौरान उपलब्ध होगी।
केंद्रीय बैंक दरअसल भारत सरकार की तरफ से बांड जारी करता है। ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है।
पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 12,991 करोड़ रुपये मूल्य के 10 किस्तों में एसजीबी जारी किये गये थे।
अभिदान की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए चार किलोग्राम, एचयूएफ के लिए चार किलोग्राम और न्यासों तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है।
सोने की भौतिक मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लाई गई थी।
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