मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने कहा, वह सीबीआई जांच में पूरा सहयोग करेगा
punjabkesari.in Thursday, Jul 02, 2020 - 11:58 PM (IST)
मुंबई, दो जुलाई (भाषा) मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (मियाल) ने बृहस्पतिवार को कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने पर आश्चर्य जताया। उसने यह भी कहा कि कंपनी मामले में जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मुंबइ में हवाईअड्डे का परिचालन करने वाली मियाल जीवीके समूह की अगुवाई वाला समूह और भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण का संयुक्त उद्यम है।
सीबीआई ने हवाईअड्डा परिचालन में 705 करोड़ रुपये की अनियमितता के मामले में जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन वेंकट कृष्णा रेड्डी गणपति और उनके बेटे तथा मियाल के प्रबंध निदेशक जी वी संजय रेड्डी एवं अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उसके बाद कंपनी ने उक्त बयान दिया है।
सीबीआई ने बृहस्पतिवार को समूह के मुंबई और हैदराबाद स्थित दफ्तरों की भी तलाशी ली।
मियाल के प्रवक्ता ने देर शाम एक बयान में कहा, ‘‘सीबीआई के मियाल और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर हम सभी अचंभित हैं। मियाल जांच में एजेंसी को हर संभव सहयोग देगी और जो भी दस्तावेज और स्पष्टीकरण मांगे गये हैं, वो सब उपलब्ध कराये जांएगे।’’
उसने कहा, ‘‘मियाल एक पारदर्शी और जिम्मेदारी कंपनी है जो सचाई का पता लगाने के लिये जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग करने को लेकर प्रतिबद्ध है।’’
अधिकारियों ने कहा कि मामला मियाल के कोष से 705 करोड़ रुपये की हेराफेरी का है। कंपनी ने खर्च बढ़ाचढ़ाकर दिखाकर तथा आय कम बताकर रिकार्ड में गड़बडरी कर यह हेराफेरी की।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
मुंबइ में हवाईअड्डे का परिचालन करने वाली मियाल जीवीके समूह की अगुवाई वाला समूह और भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण का संयुक्त उद्यम है।
सीबीआई ने हवाईअड्डा परिचालन में 705 करोड़ रुपये की अनियमितता के मामले में जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन वेंकट कृष्णा रेड्डी गणपति और उनके बेटे तथा मियाल के प्रबंध निदेशक जी वी संजय रेड्डी एवं अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उसके बाद कंपनी ने उक्त बयान दिया है।
सीबीआई ने बृहस्पतिवार को समूह के मुंबई और हैदराबाद स्थित दफ्तरों की भी तलाशी ली।
मियाल के प्रवक्ता ने देर शाम एक बयान में कहा, ‘‘सीबीआई के मियाल और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर हम सभी अचंभित हैं। मियाल जांच में एजेंसी को हर संभव सहयोग देगी और जो भी दस्तावेज और स्पष्टीकरण मांगे गये हैं, वो सब उपलब्ध कराये जांएगे।’’
उसने कहा, ‘‘मियाल एक पारदर्शी और जिम्मेदारी कंपनी है जो सचाई का पता लगाने के लिये जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग करने को लेकर प्रतिबद्ध है।’’
अधिकारियों ने कहा कि मामला मियाल के कोष से 705 करोड़ रुपये की हेराफेरी का है। कंपनी ने खर्च बढ़ाचढ़ाकर दिखाकर तथा आय कम बताकर रिकार्ड में गड़बडरी कर यह हेराफेरी की।
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