shocking incident: 4 लाशों के बीच इस डॉक्टर ने गुजारी थी पूरी रात!

punjabkesari.in Wednesday, Sep 09, 2015 - 05:50 PM (IST)

इंदौर:  इंदौर में एक और सनसनीखेज मामला देखने को मिला। इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र की लक्ष्मीपुरी कॉलोनी में एक मां ने अपने तीन और 9 माह के बच्चों समेत खुदकुशी कर ली। यह घटना 7 सितंबर को हुई। याद दिला दें कि ऐसी ही एक घटना साल 2013 सितंबर में हुई थी जिससे पूरे इलाके में सनसनी नच गई थी। साल 2013 में हुई इस घटना के बाद एक बार फिर इंदौर में दोबारा यह वाक्या दोहराया गया।

बता दें कि 2013 में हुई इस घटन से सारी कॉलोनी को लोग सदमे में थे। मां ने अपनी बेटी का गला घोंट दिया तो बेटी को मौत के आगोश में आकर पिता ने पत्नी सहित सास-ससुर को मौत के घाट उतार दिया था और खुद भी फंदे पर झूल गया था।

पति-पत्नी दोनों ही पेशे से डॉक्टर थे।  यह सनसनीखेज घटना जंजीरावाला चौराहे के पास स्थित बखतगढ़ टॉवर के फ्लैट नं. 302 में घटी थी। इस फ्लैट में रेडियोलॉजिस्ट 35 वर्षीय डॉ. रोहित द्विवेदी और 32 वर्षीय पत्नी डॉ. प्रियंका द्विवेदी रहते थे।

इस घटना की वजह घरेलू कलह थी। डॉक्टर ने 13 पन्नों का सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें बताया था कि पत्नी द्वारा बेटी की हत्या करने से वो आपा खो बैठा था। पत्नी से विवाद के बाद बेटी की मौत के गम ने उसे इतना तोड़ दिया कि उसने पत्नी सहित सास-ससुर को भी हथौड़ी से सिर पर वार कर बेरहमी से मार डाला था। हत्या के बाद उसने पूरी रात अपने ही लोगों की लाशों के बीच गुजारी थी।

 डॉक्टर रोहित ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि  प्रियंका किल्ड हर डियर चाइल्ड , इसके बाद मैं आपा खो बैठा। जो हुआ उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं...। पहले हम दोनों में बहुत प्यार था। बाद में प्रियंका की मां हमारे यहां रहने आ गई और हालात बिगडऩे लगे। एक पन्ने पर लिखा था, मैं महाराष्ट्रीयन लड़की से शादी करना चाहता था, लेकिन परिवार ने शादी बिहार की लड़की से कर दी। इससे मैं संतुष्ट नहीं था। बिहारी गल्र्स आर नॉट कम्पिटेंट एंड रिलायबल।


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