यामां सेना ने रूकी हुई शांति वार्ता के लिए जातीय समूहों को जिम्मेदार ठहराया

punjabkesari.in Wednesday, Jul 11, 2018 - 05:26 PM (IST)

नेपीताः म्यामां सेना के अधिकारियों ने आज कहा कि रूकी हुयी शांति वार्ता देश को ‘‘ डुबा ’’ रही है और देश की उत्तरी सीमा पर जारी संघर्ष के लिये जातीय सैन्य समूह जिम्मेदार हैं। देश की शीर्ष असैन्य नेता आंग सान सू की ने कहा है कि उनके प्रशासन के लिये शांति कायम करना शीर्ष प्राथमिकता है लेकिन वह दशकों से जातीय उग्रवाद से लड़ रही सेना के साथ शक्ति साझा करती हैं। 

राजधानी नेपीता में आज सू की नीत शांति वार्ता के तीसरे दौर की शुरुआत के मौके पर म्यामां के प्रमुख कमांडर मिन आंग हलाइंग ने कहा कि रूकी हुई शांति प्रक्रिया ‘‘ हमारे देश को डुबा रही है ’’ और इसके लिए जातीय समूह जिम्मेदार हैं। 

उन्होंने कहा कि मैं आपसे असैन्य हथियार संघर्ष को खत्म करने का अनुरोध करता हूं जो देश के विकास में बाधा बना हुआ है। रक्षा मंत्री सीन विन ने कहा कि जातीय मिलीशिया वर्तमान संघर्ष को रोकने के लिये पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे हैं। सू की छह दिवसीय शांति वार्ता के जरिए संघर्षविराम समझौते में और जातीय समूहों को शामिल करने का प्रयास कर रही है।      
 


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Isha

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