अत्याचार का भयावह चेहरा: बलूचिस्तान में PAK सेना ने मां-बेटी को दी बर्बर यातनाएं, बेटी ने तोड़ा दम
punjabkesari.in Sunday, Nov 02, 2025 - 03:55 PM (IST)
Islamabad: बलूचिस्तान में एक बार फिर कथित राज्य अत्याचार का भयावह चेहरा सामने आया है। स्थानीय मानवाधिकार कार्यकर्ता समी दीन बलोच ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा एक महिला और उसकी मां पर किए गए अमानवीय अत्याचार की कड़ी निंदा की है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पंजगुर जिले में नाज़िया शफी और उनकी मां को सुरक्षा बलों ने अवैध रूप से हिरासत में लिया और दोनों को बुरी तरह यातनाएं दीं। गंभीर चोटों के चलते नाज़िया ने कुछ ही घंटों बाद दम तोड़ दिया। इस घटना ने पूरे बलूचिस्तान में आक्रोश और शोक की लहर फैला दी है।
समी दीन बलोच ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “बलूचिस्तान में क्रूरता अब सरकारी नीति बन चुकी है। यहां महिलाएं भी हिंसा और डराने-धमकाने के अभियान का शिकार बन रही हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जबरन गुमशुदगी, यातना और बिना जवाबदेही के हत्याएं इस क्षेत्र में आम बात बन चुकी हैं। समी ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और महिला अधिकार समूहों से अपील की कि वे अब इस अन्याय पर चुप्पी न साधें और बलूच महिलाओं के लिए आवाज़ उठाएं, जो राज्य प्रायोजित हिंसा की शिकार हो रही हैं। नाज़िया शफी का मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में महिलाएं कब तक “राष्ट्रीय सुरक्षा” के नाम पर अत्याचार झेलती रहेंगी।
