निशाना आतंकवाद, शिकार हो रहे हैं मासूम ISIS के खिलाफ रूसी कार्यवाही की कड़वी सच्चाई

punjabkesari.in Wednesday, Dec 23, 2015 - 12:01 PM (IST)

बेरूत:सीरिया में पिछले पांच वर्षों से चल रहे संघर्ष ने शायद अब सब से भयानक रूप धारण कर लिया है । बात चाहे सीरिया में चल रहे घरेलू संघर्ष की हो, ISIS की तरफ से किए गए हमलों की या फिर उसे खत्म करने के लिए ओर देशों की तरफ से कार्यवाहियों की । सब से ज़्यादा नुक्सान हो रहा है आम लोगों का । एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक रिपोर्ट जारी करके स्थिति का असली चेहरा दुनिया के सामने लाने की कोशिश की है । रिपोर्ट के मुताबिक सीरिया पर किए जा रहे रूसी हवाई हमलों में 200 नागरिकों की मौत हो चुकी है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार रूसी हवाई हमलों में सीरिया के सैंकड़ों नागरिकों की मौत होने के कारण इनमें से कई हमले एेसे रहे हैं, जो कि युद्ध अपराधों के दायरे में आ सकते हैं । एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार सीरिया पर किए गए रूसी हवाई हमले में कम से कम 200 नागरिकों की मौत हुई है । रिपोर्ट के अनुसार 30 सितंबर से 29 नवंबर के बीच सीरिया के पांच इलाको में हुए 25 से अधिक रूसी हमलों की रहस्यमय ढंग से छानबीन की गई जिसमे पाया गया कि "अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का गंभीर रूप से उल्लंघन (रूस की ओर से) हुआ है । ये हमले आज से लगभग तीन माह पहले शुरू हुए थे ।

रूस ने 30 सितंबर को सीरिया में ISIS और दूसरे समूहों के खिलाफ हमले शुरू किए थे और कहा था कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की तरफ से उन को ऐसा करने के लिए कहा गया है । 29 नवंबर को सीरिया के उत्तरी -पूर्वी इदलीब शहर में हवाई हमलों में करीब 43 लोगों की मौत हो गई थी । मध्यपूर्व एवं उत्तरी अफ्रीका में एमनेस्टी के निदेशक फिलिप लूथर ने एक बयान में कहा कि आवासीय इलाकों पर भी हमले बोले गए, जहां सैन्य ठिकाने का कोई साक्ष्य था ही नहीं । चिकित्सीय प्रतिष्ठानों पर भी हमले किए गए । इस तरह से नागरिकों और नागरिकों से जुड़ी चीजों को सीधे तौर पर निशाना बनाए जाने के संकेत मिलते हैं । इन हमलों के कारण नागरिक घायल हुए और उनकी मौतें हुईं । उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के हमले युद्ध अपराधों की श्रेणी में आ सकते हैं ।’’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘इन संदिग्ध उल्लंघनों की जांच स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराई जानी जरूरी है ।’’  मानवाधिकार समूह ने कहा कि ‘‘इस बात के साक्ष्य हैं, जो दर्शाते हैं कि रूसी अधिकारियों ने मस्जिद पर किए गए एक हवाई हमले में और एक अस्थाई अस्पताल पर किए गए अन्य हमले के कारण हुए नागरिकों से जुड़े नुकसान को छिपाने के लिए झूठ बोला होगा ।’’  

इस बात के भी ‘‘साक्ष्य हैं, जो यह दर्शाते हैं कि रूस ने सघन आवासीय इलाकों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित युद्ध सामग्री और अंधाधुंध बमों का इस्तेमाल किया ।’’  समूह ने कहा कि इस रिपोर्ट में होम्स, इदलिब और अलेप्पो प्रांतों पर सितंबर और नवंबर के बीच हुए हमलों को मुख्य रूप से ध्यान में रखा गया । इन हमलों में कम से कम 200 नागरिक और लगभग एक दर्जन लड़ाके मारे गए थे । 


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