बच्चे को जन्म देने ब्राजील जाने को मजबूर इस देश की गर्भवती महिलाएं

punjabkesari.in Thursday, Aug 23, 2018 - 10:37 AM (IST)

ब्राजीलियाः आर्थिक संकट से जूझ रहे दक्षिण अमरीकी देश  वेनेजुएला में  की हालत दिन ब दिन भयावह होती जा रही है। इसका असर गर्भवती महिलाओं पर भी पड़ रहा है और उन्हें अपने बच्चे को जन्म देने के लिए पड़ोसी देश ब्राजील जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। अपने देश में गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल होने वाली जरूरी चीजों, दवाइयों और डायपर की कमी के कारण ये महिलाएं ब्राजील जा रही हैं जहां हर दिन वेनेजुएला के तीन बच्चों का जन्म हो रहा है।  
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मारिया टेरेसा लोपेज ऐसी ही एक मां हैं जिन्होंने सोमवार को ब्राजील के सीमावर्ती राज्य रोराइमा में अपने बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने कहा, 'अगर मैं यहां रुकती तो मेरा बच्चा मर जाता। वहां न भोजन था न दवाई और न ही डॉक्टर।' लोपेज पांच महीने पहले अपने घर ओरिनोको से 800 किलोमीटर की दूरी तय कर ब्राजील पहुंचीं। वह उन सैंकड़ों महिलाओं में से हैं जो आर्थिक और राजनीतिक संकट के बीच अपने देश छोड़ने को मजबूर हो रही हैं।

वेनेजुएला के संकट के कारण ब्राजील के रोराइमा राज्य पर भार बढ़ गया है जिससे वहां अपराध, देह-व्यापार और बीमारी बढ़ गई है। रोराइमा के गवर्नर ने ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट से सीमा को बंद करने की अपील की है ताकि शरणार्थियों के संकट से निपटा जा सके। हालांकि, ब्राजील सरकार ने मानवीय आधार पर इस अनुरोध को ठुकरा दिया है। उधर, राज्य के स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी डेनियेला सौजा ने बताया कि हर दिन 800 लोग वेनेजुएला से आ रहे हैं जिनमें कई महिलाओं और बच्चों को मेडिकल हेल्प की जरूरत है।

रोराइमा के बाओ विस्टा मैटरनिटी अस्पताल में पिछले साल 566 बच्चों का जन्म हुआ था जबकि 2018 के पहले छह महीने में 571 बच्चों का जन्म हुआ है। 2016 में यह संख्या 288 थी, जब वेनेजुएला के लोगों ने ब्राजील में शरण लेना शुरू किया था।


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Tanuja

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