जेलेंस्की ने मान ली ट्रंप की शर्त ! अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य सहायता से हटा दिया बैन
punjabkesari.in Wednesday, Mar 12, 2025 - 04:44 PM (IST)

Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने मंगलवार को घोषणा की कि वह यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने पर लगी रोक तुरंत हटा लेगा। यह निर्णय सऊदी अरब के जेद्दा में अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच नौ घंटे से अधिक समय तक चली बातचीत के बाद लिया गया, जिसमें यूक्रेन ने रूस के साथ 30 दिनों के युद्धविराम और शांति वार्ता शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के कार्यालय के प्रमुख आंद्रे येरमक ने कहा, "यूक्रेन शांति के लिए तैयार है। हम इस प्रस्ताव का स्वागत करते हैं और इसे सकारात्मक मानते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि यह युद्धविराम तभी प्रभावी होगा जब रूस भी इसकी शर्तों का पालन करने के लिए सहमत होगा।
ये भी पढ़ेंः-सऊदी अरब में अमेरिका-यूक्रेन के बीच अहम वार्ता शुरू, रूस ने कहा-जेलेंस्की सिर्फ एक शर्त मान ले तो रोक देंगे युद्ध
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह रूस के सामने इस प्रस्ताव को पेश करेंगे और "गेंद अब रूस के पाले में है"। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और यूक्रेन ने यूक्रेन के महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों के विकास के लिए एक व्यापक समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने पर सहमति जताई है, जिसे ट्रंप प्रशासन यूक्रेन की दीर्घकालिक समृद्धि और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानता है। यह घटनाक्रम तब आया है जब अमेरिका ने करीब एक सप्ताह पहले यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने पर रोक लगा दी थी, ताकि यूक्रेन पर रूस के साथ शांति वार्ता में शामिल होने का दबाव बनाया जा सके। अब, यूक्रेन की सहमति के बाद, अमेरिका ने यह प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया है।
ये भी पढ़ेंः-डोमिनिक गणराज्य में छुट्टियां मनाने गई भारतीय मूल की छात्रा लापता
संयुक्त बयान के अनुसार, यह 30 दिन का युद्धविराम "पारस्परिक सहमति से बढ़ाया जा सकता है" और यह रूस की स्वीकृति और एक साथ लागू करने पर निर्भर है। यूक्रेन ने स्पष्ट किया है कि वह हवाई, समुद्री और जमीनी हमलों सहित सभी तरह की सैन्य गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए तैयार है, बशर्ते रूस भी ऐसा ही करे। यूक्रेनी विदेश मंत्री आंद्री सिबिहा ने इसे "शांति की दिशा में एक गंभीर कदम" करार दिया और कहा कि यह दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगा। इस घटनाक्रम के बाद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नजर अब रूस की प्रतिक्रिया पर है, जो इस प्रस्तावित युद्धविराम और शांति वार्ता की दिशा में अगले कदम को निर्धारित करेगा।
ये भी पढ़ेंः-अमेरिका-कनाडा व्यापार युद्ध तेज ! ट्रंप की बढ़ेगी टेंशन, 1.5 मिलियन अमेरिकी डूब जाएंगे अंधेरे में