Turkey Earthquake: मौत के मलबे से जिंदगियां बचाने के लिए दुनिया ने बढ़ाए हाथ

punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2023 - 10:36 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: भूकंप के बाद अब तक भारत सहित 45 देशों ने तुर्की को सहायता देने की पेशकश की है। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद अमरीकी इंटरनैशनल डिवैल्पमैंट एजैंसी को यह आकलन करने के लिए कहा है कि इन हालात में किस प्रकार मदद पहुंचाई जाए।

इसराईल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा कि उनका देश तुर्की की मदद की तैयारी कर रहा है। इसराईल के रक्षा मंत्री ने कहा है कि उनके सैनिक तुर्की की मदद के लिए तुरंत रवाना होने को तैयार हैं। जंग लड़ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की ने भी तुर्की की हरसंभव मदद की पेशकश की। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीरिया और तुर्की के लिए दुख प्रकट करते हुए अपने आपात मंत्रालय को 2 आई.एल.-76 विमानों से 100 बचावकर्मी तुर्की के लिए तैयार रखने को कहा। यूरोपीय संघ ने भूकंप के बाद तुर्की में मदद के लिए 10 सर्च और बचाव दल भेजे।

तुर्की और सीरिया के विभिन्न शहरों में बचावकर्मी और निवासी ध्वस्त हुई इमारतों के मलबे से जिंदा लोगों को निकालने में जुटे हैं। भूकंप में ध्वस्त हुए तुर्की के एक अस्पताल और सीरिया के गिने-चुने अस्पतालों से नवजातों सहित मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। तुर्की के शहर अदाना के एक निवासी ने बताया कि उसके आसपास की 3 इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। पत्रकारिता के छात्र मोहम्मद फतीह युवस ने बताया कि मलबे में जिंदा फंसे एक व्यक्ति ने बचाव कर्मियों द्वारा निकाले जाने की कोशिश के दौरान कहा, ‘‘अब मुझमें कोई ताकत नहीं बची है।’’ 

तुर्की के सुदूर पूर्वी शहर दयारबकीर में क्रेनों और बचाव कर्मियों ने भूकंप से ध्वस्त हुई इमारतों से जिंदा बचे लोगों को निकाला और उन्हें स्ट्रैचर पर अस्पताल पहुंचाया। ‘व्हाइट हैलमेट’ नामक विपक्षी आपात संगठन ने एक बयान में कहा कि सैंकड़ों परिवार मलबे में दबे हैं। बचाव कर्मियों ने बताया कि पहले ही संसाधनों की किल्लत से जूझ रहे चिकित्सा केंद्र और अस्पताल घायलों से भर गए हैं। सैन्य अस्पताल सहित कई अस्पतालों व इलाके की मस्जिदों को उन लोगों के लिए खोल दिया गया जिनके घर क्षतिग्रस्त हो गए क्योंकि इलाके में तापमान शून्य के करीब है। तुर्की की सीमा के नजदीक सीरियाई विद्रोहियों के कब्जे वाले शहर अजमरिन में कई बच्चों के शव कंबल में लपेटकर अस्पताल लाए गए। 

ऐतिहासिक गजियांटेप किला व ईसाई धर्मयोद्धाओं का निगरानी दुर्ग टूटा तुर्की का ऐतिहासिक गजियांटेप किला भूकंप में ढह गया। 2200 से अधिक वर्ष पहले बना यह किला तुॢकये के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। किले की दीवार और निगरानी स्तंभों को भारी नुक्सान पहुंचा है। इसके अलावा मलातया इलाके की प्रसिद्ध येनी मस्जिद भी भूकंप से टूटकर गिर गई। सीरिया के पुरातत्व व संग्रहालय महानिदेशक ने बताया कि भूकंप से ईसाई धर्मयोद्धाओं द्वारा निर्मित मरकब या निगरानी दुर्ग की दीवारें, मीनार और कुछ अन्य दीवारें ध्वस्त हो गईं जिनसे प्राचीनकाल में भूमध्य सागर पर नजर रखी जाती थी। 


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Content Writer

Anil dev

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