पाकिस्‍तानी सेना के TTP के साथ समझौते को लेकर मचा बवाल

punjabkesari.in Thursday, Jul 07, 2022 - 03:34 PM (IST)

इस्‍लामाबाद: पाकिस्‍तान में आंतकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्‍तान (TTP) के साथ पाकिस्‍तानी सेना के समझौते को लेकर बवाल मचा हुआ है। पाकिस्‍तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा  83 हजार लोगों की हत्‍या के जिम्‍मेदार TTP के साथ स डील को न्‍यायसंगत ठहराने के लिए दावा कर रहे हैं कि TTP आतंकी ISKP और भारत की रॉ से हाथ मिला सकते हैं। इस बीच पाकिस्‍तानी विशेषज्ञ सेना के इस तर्क से सहमत नहीं नजर आ रहे हैं।

 

उनका मानना है कि TTP आतंकी परमाणु हथियारों से लैस पाकिस्‍तान में एक अलग जिहादी देश बना सकते हैं जिसकी अपनी निजी सेना होगी।  TTP ने बातचीत के दौरान तीन मांगें रखी हैं। TTP का कहना है कि उसे हथियार रखने, सेना को बनाए रखने और जिन क्षेत्रों पर उसका नियंत्रण है, वहां व्‍यापक स्‍वायत्‍तता दी जाए। पाकिस्‍तानी सेना ने देश की संसदीय समिति के सामने कहा है कि वह इन तीनों ही मांगों को नहीं मानेगी। उधर,TTP के सरगना ने पिछले दिनों चेतावनी दी थी कि ये तीनों ही मांगें उनके लिए रेड लाइन है और वे इससे समझौता नहीं करेंगे। पाकिस्‍तानी विशेषज्ञ आयशा सिद्दकी का कहना है कि असली समस्‍या समझौता करना नहीं है, बल्कि पाकिस्‍तान सेना के टीटीपी वाले इलाके से हटने पर उसे लागू करने में है।

 

सिद्दकी ने कहा क‍ि पाकिस्‍तान का अनुभव रहा है कि TTP पूरी तरह से विचारधारा से जुड़ा है।TTP अपने इलाके का इस्‍तेमाल पाकिस्‍तानी सेना के हटने पर भविष्‍य में अपने हमले करने के लिए लॉन्‍चपैड के रूप में कर सकता है। पाकिस्‍तान के वरिष्‍ठ पत्रकार हामिद मीर का कहना है कि टीटीपी ने हथियार रखने और अपने उग्रवादी संगठन के ढांचे को बर्बाद करने से इंकार कर दिया है। उन्‍होंने सवाल किया है कि क्‍या एक परमाणु हथियारों से लैस देश अपने क्षेत्र में निजी सेना के अस्तित्‍व को अनुमति दे सकता है? उन्‍होंने कहा क‍ि पाकिस्‍तान सरकार टीटीपी के आगे झुकते हुए ऐसे आतंकियों को छोड़ रही है जिन्‍होंने देश के हजारों लोगों की जान ली है।

 


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Content Writer

Tanuja

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