एयर बेस पर उतरे ट्रंप के प्लेन में जा पहुंचे कतर के अमीर, बोले- "मैंने ठान लिया ऐसे नहीं भरने दूंगा उड़ान"(Video)

punjabkesari.in Sunday, Oct 26, 2025 - 02:20 PM (IST)

International Desk: कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी और कतर के प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार  के साथ एयर फोर्स वन विमान में गर्मजोशी से मुलाकात की। यह मुलाकात तब हुई जब ट्रंप का विमान अल-उदीद एयर बेस पर ईंधन भरने के लिए रुका था। ट्रंप मलेशिया जा रहे थे, जहां उन्हें ASEAN समिट में भाग लेना था।कतर के अमीर ने मीडिया से बातचीत में मुस्कुराते हुए कहा, “जैसे ही मुझे पता चला कि ट्रंप का विमान ईंधन भरने के लिए आ रहा है, मैंने ठान लिया  जब तक मैं जाकर उनसे नहीं मिलता, उन्हें उड़ान भरने नहीं दूंगा।” इस बयान में उनके गर्मजोशी और मित्रता का भाव साफ झलक रहा था।

 

 

ट्रंप ने अमीर को “दुनिया के सबसे महान नेताओं में से एक” बताया और प्रधानमंत्री को अपने पुराने मित्र के रूप में याद किया। उन्होंने कहा, “हमने मिलकर जो काम किया है, वह ऐतिहासिक है। मध्य पूर्व में अब असली शांति आई है। ऐसी शांति पहले कभी नहीं देखी गई।” ट्रंप ने कतर के नेताओं के साथ बैठकर बातचीत में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री “दुनिया के भी मित्र” हैं और पिछले एक साल में दोनों देशों ने मिलकर मध्य पूर्व की स्थिरता को मजबूत किया है।ट्रंप ने ईरान की परमाणु क्षमता समाप्त करने का दावा करते हुए कहा कि इससे पूरे मध्य पूर्व में शांति स्थापित करने की राह आसान हुई। उन्होंने कहा, “ईरान के पास जो परमाणु शक्ति अगले एक-दो महीनों में बनने वाली थी, उसे खत्म करना ही असली बदलाव था।”

 

 
 
ट्रंप ने हमास के साथ हुए संघर्षविराम समझौते का भी जिक्र किया। उन्होंने भरोसा जताया कि यह समझौता कायम रहेगा। ट्रंप ने कहा, “हमास ने हमें अपना वादा दिया है। मुझे उम्मीद है कि यह समझौता चलेगा। अगर ऐसा नहीं होता, तो उन्हें बहुत बड़ी परेशानी झेलनी पड़ेगी, लेकिन उन्हें संभालना मुश्किल नहीं होगा।”इस मुलाकात का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि ट्रंप और कतर के अमीर ने मध्य पूर्व में स्थिरता और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। इस बैठक से यह संदेश भी गया कि अमेरिका और कतर मिलकर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। ट्रंप और कतर के नेताओं की यह एयर फोर्स वन पर मुलाकात केवल औपचारिक नहीं थी, बल्कि इसमें मित्रता, रणनीतिक संवाद और मध्य पूर्व में स्थिरता की दिशा में ऐतिहासिक प्रयासों को दर्शाया गया। दोनों पक्षों ने मिलकर इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने और आतंकवाद व परमाणु खतरे को कम करने का संकल्प जताया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Related News