Germany Election 2025: फ्रेडरिक मर्ज ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते ही अमेरिका पर साधा निशाना, ट्रंप ने दी बधाई !

punjabkesari.in Monday, Feb 24, 2025 - 12:32 PM (IST)

International Desk: जर्मनी में 23 फरवरी 2025 को हुए राष्ट्रीय चुनाव में रूढ़िवादी गठबंधन (CDU/CSU)  ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, और फ्रेडरिक मर्ज (Friedrich Merz) देश के अगले चांसलर बनने के लिए तैयार हैं। इस चुनाव में दक्षिणपंथी पार्टी  ‘अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (AfD)’  को अप्रत्याशित समर्थन मिला, जिससे जर्मनी की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। चुनाव परिणामों के अनुसार, CDU/CSU गठबंधन ने 32.8% वोट हासिल किए, जबकि AFD को 20.5% वोट मिले, जो पिछले चुनाव की तुलना में दोगुने से भी अधिक हैं। इस बीच, मौजूदा चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की  सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (SPD) को करारी हार का सामना करना पड़ा और उन्हें केवल  16.5%  वोट मिले जो कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से उनका सबसे खराब प्रदर्शन है। ग्रीन पार्टी (11.8%)  और वामपंथी डाई लिंके (8.7%)  को भी अपेक्षा से कम समर्थन मिला।

 

अमेरिकी राष्ट्रपति  डोनाल्ड ट्रंप  ने चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए ओलाफ स्कोल्ज़ की सरकार की नीतियों की आलोचना की और AFD के समर्थन में बयान दिया। ट्रंप ने अपने  ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा, "यह जर्मनी के लिए एक शानदार दिन है। जर्मनी के लोगों ने अराजक और सामान्य ज्ञान से रहित नीतियों को खारिज कर दिया है।" ट्रंप के साथ ही, अमेरिकी टेक अरबपति एलन मस्क ने भी AFD के समर्थन में ट्वीट किया, जिससे संकेत मिलता है कि जर्मनी में दक्षिणपंथी विचारधारा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बढ़ावा मिल रहा है।  चुनाव परिणामों के तुरंत बाद अपने विजय भाषण में फ्रेडरिक मर्ज  ने अमेरिका पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूरोप को अब अमेरिका पर निर्भरता खत्म करनी होगी और अपने फैसले खुद लेने होंगे। "अमेरिका का रवैया अब यूरोप के लिए सही नहीं है। हमें अपनी रक्षा और आर्थिक नीतियों के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा। नाटो का भविष्य भी अनिश्चित है, और हमें इस पर पुनर्विचार करना होगा।"  


 
हालांकि CDU/CSU सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन बहुमत से दूर रहने के कारण मर्ज को सरकार बनाने के लिए अन्य पार्टियों के समर्थन की जरूरत होगी। AFD के बड़े समर्थन के बावजूद, मुख्यधारा की पार्टियों ने उसके साथ गठबंधन से इनकार कर दिया है। ऐसे में तीन-तरफा गठबंधन बनाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं, लेकिन यह प्रक्रिया आसान नहीं होगी।  फ्रेडरिक मर्ज के लिए चांसलर का कार्यकाल आसान नहीं होगा।  अर्थव्यवस्था में मंदी, प्रवास नीति को लेकर विवाद, और अमेरिका-रूस-चीन के साथ संबंधों में संतुलन बनाना उनकी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौतियां होंगी। इस चुनाव से यह साफ हो गया है कि  जर्मनी का राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। मर्ज और उनकी पार्टी ने अमेरिका से अलग एक स्वतंत्र यूरोपीय दृष्टिकोण को अपनाने की प्रतिबद्धता दिखाई है। वहीं, AFD के बढ़ते प्रभाव ने जर्मनी की राजनीति को और अधिक ध्रुवीकृत कर दिया है।   


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Content Writer

Tanuja

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