बुरी खबर: भारतीयों के लिए अमेरिका में बढ़ीं मुश्किलें, H-1B और छात्र वीजा वाले हो सकते हैं डिपोर्ट, जानें क्यों?
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 11:50 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने अब उन प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है जिन्होंने अमेरिका में रहते हुए नियमों का उल्लंघन किया है। अमेरिकी आव्रजन प्रवर्तन एजेंसियां (ICE) अब आंतरिक राजस्व सेवा (IRS) के रिकॉर्ड खंगाल रही हैं ताकि उन लोगों की पहचान की जा सके जिन्होंने अनधिकृत तरीके से कमाई की और टैक्स चोरी की। इस कदम से भारत समेत कई देशों के प्रवासियों के लिए निर्वासन का खतरा बढ़ गया है।
H-1B और छात्र वीजा धारक निशाने पर
अमेरिका में इमिग्रेशन मामलों के वकील जथ शाओ ने बताया कि जिन लोगों के पास H-1B वीजा है और वे अपने आधिकारिक नियोक्ता के अलावा किसी और स्रोत से भी कमाई कर रहे हैं या फिर जो लोग छात्र वीजा (F-1 वीजा) पर हैं और पढ़ाई के अलावा पार्ट-टाइम जॉब से कमाई कर रहे हैं वे अब जांच के दायरे में हैं। यदि इस अतिरिक्त कमाई की सूचना उन्होंने IRS को नहीं दी है तो उनका वीजा रद्द किया जा सकता है या उन्हें अमेरिका में दोबारा प्रवेश से रोका जा सकता है।
छोटे-मोटे उल्लंघन भी बने बड़ी वजह
रिपोर्ट के अनुसार कई H-1B वीजा धारकों को एयरपोर्ट पर अमेरिका में प्रवेश करने से रोका गया है क्योंकि उन पर आरोप है कि उन्होंने छात्र रहते हुए बिना अनुमति के अतिरिक्त कमाई की थी। शाओ ने बताया कि अतीत में किए गए छोटे-मोटे कानून के उल्लंघन को भी अब गंभीर अपराध माना जा रहा है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार यातायात उल्लंघन जैसे मामलों में भी जब किसी प्रवासी की पृष्ठभूमि की जांच की जाती है तो वर्षों पहले किए गए अनधिकृत काम जैसे कि किसी रेस्तरां में काम करना भी उनके लिए मुसीबत का कारण बन सकता है।
निर्वासन का खतरा बढ़ा
फिलहाल ICE द्वारा इस तरह की कार्रवाई अभी व्यापक रूप से शुरू नहीं हुई है लेकिन आशंका है कि आने वाले समय में इसे और सख्त किया जा सकता है। इस बहाने भारत समेत अन्य देशों से अमेरिका में रह रहे प्रवासियों के निर्वासन का खतरा बढ़ गया है।