न चीन, न रूस और न तुर्किए… ये 3 देश ईरान की मदद के लिए आगे आए

punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 06:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ईरान और इजराइल के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में अस्पताल पर हुए हमले के बाद इजराइल ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई को खत्म करने की धमकी दी है। इस स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए तीन बड़े यूरोपीय देश- जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन- अब बीच-बचाव करने की कोशिश में जुट गए हैं।

जिनेवा में होगी अहम बैठक

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीनों देशों के विदेश मंत्री शुक्रवार को जिनेवा में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची के साथ मुलाकात करने की योजना बना रहे हैं। इस बातचीत का मकसद है कि किसी तरह शांति का रास्ता निकाला जा सके और युद्ध को टाला जाए।

अमेरिका ने भी दी मंजूरी

इस बैठक की जानकारी एक जर्मन राजनयिक ने दी है। उन्होंने बताया कि पहले इन देशों के मंत्री यूरोपीय संघ की प्रमुख राजनयिक काजा कालास से मुलाकात करेंगे और फिर ईरान के विदेश मंत्री से बात होगी। खास बात ये है कि यह बातचीत अमेरिका की सहमति से हो रही है।

ट्रंप का बयान बना चिंता की वजह

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुप्पी भी चिंता बढ़ा रही है। उन्होंने इजराइल के सैन्य अभियान में अमेरिका की भूमिका को लेकर कोई साफ बात नहीं कही है। ट्रंप ने यह जरूर कहा है कि वो अभी ईरान पर हमले की मंजूरी देने का कोई अंतिम फैसला नहीं ले रहे हैं।

परमाणु कार्यक्रम पर होगी खास बातचीत

यूरोपीय देश चाहते हैं कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित रखे और उसे सिर्फ शांतिपूर्ण कामों के लिए इस्तेमाल करे। इजराइल का आरोप है कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है, जबकि ईरान का कहना है कि उसका कार्यक्रम सिर्फ नागरिक जरूरतों के लिए है।

जर्मन नेताओं की अपील

जर्मनी की चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने इजराइल का समर्थन किया है और ईरान से कहा है कि वह तनाव कम करे, नहीं तो भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल ने भी ईरान से परमाणु कार्यक्रम पर भरोसा देने और शांति की दिशा में कदम उठाने को कहा है।

पहले ही हो चुकी है टेलीफोन पर बातचीत

जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों ने सोमवार को ईरानी विदेश मंत्री के साथ टेलीफोन पर बात कर स्पष्ट प्रस्ताव दिया था। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने भी इस बातचीत में शामिल होने की सहमति दी है।


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News Editor

Parveen Kumar

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