इजरायल-ईरान जंग के बीच इस बैंक ने ले लिया बड़ा फैसला, जल्दी देखें और जानें क्या होगा अब

punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 10:09 AM (IST)

नेशनल डेस्क: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते युद्ध जैसे हालात और वैश्विक बाजारों में मचे हड़कंप के बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। अमेरिका के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर को 4.25% से 4.50% के बीच बनाए रखा है। इससे पहले 2024 के दिसंबर में 0.25% की कटौती की गई थी। लेकिन इस बार फेडरल चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने साफ कर दिया कि अब कोई राहत नहीं दी जा रही। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्याज दरों में कटौती की मांग की थी, ताकि देश में लोन और क्रेडिट कार्ड की ईएमआई सस्ती हो सके और महंगाई से राहत मिल सके। लेकिन फेड ने इसे स्पष्ट रूप से नकार दिया और कहा कि जब तक महंगाई के मजबूत घटने के संकेत नहीं मिलते, तब तक ब्याज दरें घटाना जोखिम भरा होगा।

क्यों नहीं घटी ब्याज दर?

फेड प्रमुख जेरोम पॉवेल ने कहा, "मुद्रास्फीति अभी भी हमारी लक्ष्य सीमा से ऊपर है। ऐसे में हम कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहते। बाजार की स्थिरता और आर्थिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने दरें यथावत रखने का फैसला लिया है।" वहीं, उन्होंने यह भी साफ किया कि भविष्य में कटौती के रास्ते खुले हैं, लेकिन सिर्फ तब जब इन्फ्लेशन में ठोस गिरावट देखने को मिलेगी।

पश्चिम एशिया में तनाव और उसका असर

फेड का यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब मिडिल ईस्ट में भू-राजनीतिक तनाव चरम पर है। इजरायल की ओर से ईरान के वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों को मारने की घटनाओं के बाद हालात बेहद संवेदनशील हो गए हैं। इससे कच्चे तेल की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। इसी कारण, दुनिया के सभी केंद्रीय बैंक सतर्कता बरत रहे हैं।

ग्लोबल मार्केट को मिली मिली-जुली प्रतिक्रिया

फेड के ब्याज दरों को न घटाने से सोना, डॉलर और क्रूड ऑयल की कीमतों में अस्थिरता बनी हुई है। बाजार को उम्मीद थी कि ब्याज दर घटाई जाएगी, जिससे निवेश और खर्च में तेजी आएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

  • डॉउ जोन्स में 0.10% की गिरावट

  • S&P 500 में 0.03% की गिरावट

  • NASDAQ Composite 0.13% ऊपर बंद हुआ

हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि फेड के स्थायित्व वाले रुख ने लंबे समय के लिए बाजार में विश्वास बनाए रखने का काम किया है।

आम लोगों को क्या होगा असर?

फिलहाल, अमेरिका में रहने वाले उन लोगों के लिए राहत की बात है जो पहले से कोई लोन चुका रहे हैं। क्‍योंकि दरें जस की तस रहने से उनकी ईएमआई नहीं बढ़ेगी। साथ ही, क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरों में भी कोई बदलाव नहीं होगा। लेकिन नए लोन लेने वालों के लिए यह कदम थोड़ा महंगा साबित हो सकता है।

ट्रंप ने फिर की आलोचना

यूएस फेड के इस फैसले से नाखुश डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जेरोम पॉवेल की आलोचना की। उन्होंने कहा कि "फेड की सख्ती से अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है और महंगाई की वजह से जनता परेशान है।"


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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