इमरान सरकार के खिलाफ लाहौर में प्रदर्शन, छात्रों ने लगाए आजादी के नारे (वीडियो)
punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2019 - 03:03 PM (IST)
लाहौरः पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ जारी व्यापक विरोध प्रदर्शनों की आग अब लाहौर तक पहुंच गई है। लाहौर में छात्र इमरान सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए व आजादी के नारे लगाए। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि इस सप्ताह हुए फैज लिटरेरी फेस्टिवल में छात्र इमरान खान सरकार से 'आज़ादी' की मांग के नारे लगा रहे हैं। छात्रों के नारे वाले कई वीडियोज को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। फेसबुक और ट्विटर पर ये पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारत में भी खूब ट्रेंड हो रहे हैं। लाहौर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपने प्रदर्शन के दौरान जब लाल-लाल लहराएगा, तब होश ठिकाने आएगा, जैसे नारे भी लगाए।
zinda hain talba zinda hain! #Lahore #StudentsSolidarityMarch pic.twitter.com/XRTOiW8fQu
— Shiraz Hassan (@ShirazHassan) November 18, 2019
आवाज उठाने वालों पर इमरान सरकार ने की बर्बर कार्रवाई
उधर, पाकिस्तान में सिंधी समुदाय के लोगों की आवाज उठाने वाले नेताओं पर इमरान सरकार बर्बर कार्रवाई कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में सिंधी समुदाय के अधिकारों की मांग को लेकर आवाज बुलंद करने वाली पार्टी जिये सिंध कौमी महाज के चेयरमैन एवं अन्य नेताओं पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में मामले दर्ज किए जा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान खान सरकार इन नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी, विद्रोह, आतंकवाद और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत मामले दर्ज कर रही है।
sarfaroshi kī tamanna ab hamare dil mein hai
— Shiraz Hassan (@ShirazHassan) November 17, 2019
dekhna hai zor kitnā baazu-e-qatil mein hai #Lahore #faizfestival2019 pic.twitter.com/zGdL8uU11W
आतंकवाद रोधी कानून के तहत दर्ज मामलों में आरोप लगाया गया है कि जिये सिंध कौमी महाज (बशीर खान कुरैशी समूह के चेयरमैन सनान कुरैशी, वाइस चेयरमैन इलाही बख्श एवं अन्य ने देश, सरकार व संस्थानों के खिलाफ विद्रोह भड़काने की कोशिश की। आर्थिक संकट में डूबे पाकिस्तान की इस हालत के लिए इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। सरकार की नीतियों के खालाफ हजारों प्रदर्शनकारी पाकिस्तान की सड़कों पर उतर आए हैं। इस समय पाकिस्तान सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती अर्थव्यवस्था को बचाना है।