वेश्यालय बनता जा रहा श्रीलंका, 2 रोटी के लिए जिस्मफरोशी को मजबूर महिलाएं !

punjabkesari.in Tuesday, Jul 19, 2022 - 04:05 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः श्रीलंका में आर्थिक संकट इतने भयावह होते जा रहे हैं कि देश रोटी के 2 टुकड़ों के लिए वेश्यालय बनता जा रहा है। भीषण आर्थिक संकट में फंसे श्रीलंका में ज्यादातर उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं और देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था ने महिलाओं को इस धंधे में आने के लिए मजबूर कर दिया है। यहां दवा और दो रोटी के लिए महिलाओं को जिस्मफरोशी के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। फूड प्रोग्राम की  रिपोर्ट के मुताबिक भीषण आर्थिक संकट में फंसे श्रीलंका में ज्यादातर उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं और देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था ने महिलाओं को इस धंधे में आने के लिए मजबूर कर दिया है।

 

 रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में करीब 60 लाख लोगों के सामने भीषण खाद्यान्न संकट पैदा हो गया है और इस आंकड़े में तेजी से इजाफा हो रहा है। खाना बचाने के लिए लोग अब सिर्फ दिन में एक ही बार खाते हैं और देश की 28 प्रतिशत आबादी गंभीर मुश्किलों में फंस गई है, जिसकी वजह से श्रीलंका में महिलाओं को वेश्यावृति  के लिए मजबूर होना पड़ता है। श्रीलंका में आर्युर्वेदिक और स्पा सेंटर अब वेश्यावृति के अड्डे बनने लगे हैं और इस धंधे में तेजी से महिलाएं आ रही हैं, ताकि उनके पास कुछ पैसे आ सके। श्रीलंका के द मॉर्निंग न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, स्थिति अब इतनी विकराल हो चुकी है, कि स्पा सेंटर्स में पर्दे लटकाकर सेक्स किए जाते हैं।

 

रिपोर्ट में कहा गया है कि, कपड़ा उद्योग में लगी महिलाएं काफी तेजी के साथ वेश्यावृति के इस धंधे में शामिल हो रही हैं और इस साल के अंत तक देश में ये दुर्गंध पूरी तरह से फैल जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि, कपड़ा उद्योग में शामिल महिलाएं उद्योग बंद होने के डर से अपने लिए वैकल्पिक रास्ता चुन रही हैं । एक सेक्स वर्कर ने श्रीलंकन अखबार को बताया कि, "हमने सुना है कि देश में आर्थिक संकट के कारण हम अपनी नौकरी खो सकते हैं और इस समय हम जो सबसे अच्छा समाधान देख सकते हैं, वह है सेक्स वर्क। हमारा मासिक वेतन लगभग 28,000 रुपए है, और हम ओवरटाइम के जरिए 35 हजार तक कमा सकते हैं। लेकिन  सेक्स वर्क में शामिल होकर हम इससे ज्यादा रुपये कमा लेते हैं'। महिला ने कहा कि, 'सेक्स वर्क से हम एक दिन में 15,000 रुपए तक कमा सकते हैं'।

 

महिला ने द मॉर्निंग को बताया कि, 'हर कोई मेरी बात से सहमत नहीं होगा, लेकिन यह एक सच्चाई है।' वहीं, Ecotextile.com की एक पूर्व रिपोर्ट के अनुसार, श्रीलंका के ज्वाइंट अपैरल एसोसिएशन फोरम ट्रेड बॉडी ने खुलासा किया था कि, मौजूदा आर्थिक संकट के कारण श्रीलंका भारत और बांग्लादेश से मिले अपने ऑर्डर का 10 से 20 प्रतिशत हिस्सा खो रहा है और खरीददारों का विश्वास अब डोल चुका है।  यूके की टेलीग्राफ ने भी अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है, कि इस साल जनवरी के बाद से राजधानी कोलंबो में सेक्स इंडस्ट्री में 30 प्रतिशत नई महिलाएं शामिल हो गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, कि सेक्स इंडस्ट्री में शामिल होने वाली नई महिलाएं देश के अंदरूनी हिस्से से हैं, जिनके सामने आर्थिक संकट भयावह हो चुका है। ये महिलाएं पहले कपड़ा उद्योग में कार्यरत थीं। 


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Content Writer

Tanuja

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