स्पेस पर अंतरिक्ष यात्रियों की मदद के लिए भेजा बिना हाथ-पैर वाला पहला रोबॉट

punjabkesari.in Saturday, Jun 30, 2018 - 12:53 PM (IST)

मेलबर्नः साइंस फिक्शन कॉमिक सीरीज से प्रेरित होकर इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर अंतरिक्ष यात्रियों की मदद के लिए पहली बार किसी रोबॉट को भेजा गया है। इस रोबॉट को शुक्रवार तड़के ड्रैगन कैप्सूल में रखकर स्पेस एक्स फाल्कन रॉकेट से भेजा गया। स्पेस में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से लैस यह निजी सहयोगी की भूमिका निभाएगा।

अंग्रेजी में बात करने वाला यह रोबॉट बास्केटबॉल के आकार का है, जो जर्मन अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर जर्स्ट को ISS पर प्रयोगों में सहयोग करेगा। इसका नाम क्रू इंटरैक्टिव मोबाइल कम्पैनियन यानी CIMON है।  पांच किग्रा वजन वाले इस रोबॉट के कोई हाथ या पैर नहीं हैं। यह एक आयताकार स्क्रीन है। स्क्रीन पर एक साधारण कार्टून फेस दिखाई देता है। CIMON को एयरबस और IBM ने मिलकर विकसित किया है। यह अंतरिक्ष यात्रियों को उनके रोजाना के कार्यों को पूरा करने में रिपेयर इंस्ट्रक्शंस जैसी जानकारियों की प्रक्रिया को समझाएगा। यह वॉइस कमांड का अंग्रेजी में जवाब भी दे सकता है। 

दिलचस्प बात यह है कि CIMON की परिकल्पना 1940 के दशक की साइंस फिक्शन कॉमिक सीरीज से प्रेरित है, जिसमें ब्रेन के आकार का रोबॉट प्रफेसर सीमॉन एक अंतरिक्ष यात्री कैप्टन फ्यूचर को मदद करता है। फिलहाल वैज्ञानिक इस पर निगरानी रखेंगे कि यह अलेक्जेंडर से कैसे संवाद करता है। आवाज के नमूने और तस्वीरों के माध्यम से अलेक्जेंडर को पहचानने के लिए CIMON को प्रशिक्षित किया गया है।

ISS पर दोनों मिलकर कई मेडिकल प्रयोग भी करने वाले हैं। फिलहाल CIMON की क्षमता सीमित है। आगे चलकर इस तरह के रोबॉट लोगों और मशीनों के बीच सामाजिक संवाद में भी मददगार साबित हो सकते हैं। अभी जर्मनी के अंतरिक्ष यात्री लैपटॉप पर निर्देशों को पढ़ते हैं और उसके बाद स्पेस स्टेशन पर प्रयोग करते हैं। CIMON मौखिक तौर पर अलेक्जेंडर को स्टेप-बाइ-स्टेप निर्देश देगा। ISS पर दोनों मिलकर तीन से ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे। 


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Tanuja

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