Sheikh Hasina visa extension: भारत की सरज़मीं पर बांग्लादेश की सियासत का नया मोड़
punjabkesari.in Friday, Jan 10, 2025 - 04:55 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत में शेख हसीना के वीजा विस्तार के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बांग्लादेश सरकार ने यह कहा है कि एक बार पासपोर्ट रद्द हो जाने के बाद, वीजा का मामला बेमानी हो जाता है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, शेख हसीना, जो अगस्त 2024 में बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद भारत भाग गई थीं, जो वर्तमान में भारत में निवास परमिट के तहत रह रही हैं।
पासपोर्ट रद्द करने का मामला
बांग्लादेश की सरकार ने जुलाई 2024 में हुए विद्रोह और विरोध प्रदर्शनों के दौरान 97 व्यक्तियों के पासपोर्ट रद्द कर दिए थे। इनमें शेख हसीना का नाम भी शामिल था। सरकार ने आरोप लगाया कि हसीना और अन्य व्यक्तियों का संबंध विरोध प्रदर्शनों के दौरान कथित रूप से लोगों की गायब होने और हिंसा में शामिल होने से था। इसके बाद, अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने हसीना और 11 अन्य लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए।
भारत में शरण या निवास परमिट?
भारत ने शेख हसीना का वीजा विस्तार किया था, जिसके बाद अफवाहें उठने लगीं कि हसीना को भारत ने शरण दे दी है। हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने इस पर स्पष्ट किया कि भारत में शरण के लिए कोई विशेष कानून नहीं है और हसीना का वीजा विस्तार शरणार्थी स्थिति का समर्थन नहीं है। अधिकारियों ने इसे एक तकनीकी कदम बताते हुए कहा कि यह केवल उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया है। सूत्रों ने यह भी पुष्टि की कि हसीना दिल्ली में एक सुरक्षित घर में कड़ी सुरक्षा के तहत रह रही हैं।
बांग्लादेश सरकार की प्रतिक्रिया आई
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद रफीकुल आलम ने कहा कि जब पासपोर्ट रद्द कर दिया जाता है, तो वीजा का कोई महत्व नहीं रह जाता। उन्होंने यह भी बताया कि बांग्लादेश के सभी राजनयिक मिशनों को पासपोर्ट रद्द किए जाने की जानकारी भेजी जाती है, ताकि दुनिया भर के देशों को इस बारे में सूचित किया जा सके।
प्रत्यर्पण का मुद्दा क्या है?
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने 23 दिसंबर 2024 को शेख हसीना के प्रत्यर्पण का औपचारिक अनुरोध किया था। बांग्लादेश के अधिकारियों का कहना है कि शेख हसीना को 2024 के विरोध प्रदर्शनों में कथित हिंसा और गायब होने के मामलों में जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। हालांकि, भारत ने अभी तक बांग्लादेश के प्रत्यर्पण अनुरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भारत के रुख पर उठा सवाल
शेख हसीना के वीजा और उनके प्रत्यर्पण की स्थिति को लेकर बांग्लादेश के अधिकारी चिंतित हैं। बांग्लादेश के विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने मीडिया के माध्यम से ही स्थिति की जानकारी स्वीकार की और कहा, "हम क्या कर सकते हैं?" इस बीच, भारत के रुख पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वह शेख हसीना के प्रत्यर्पण पर किस तरह का निर्णय लेगा।