बांग्लादेश की हर साजिश नाकाम ! शेख हसीना को लेकर भारत सरकार ने ले लिया बड़ा फैसला
punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2025 - 12:20 PM (IST)
Dhaka: बांग्लादेश (Bangladesh) की हर साजिश को नाकाम करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) को लेकर भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। 77 वर्षीय हसीना अगस्त 2023 से भारत में रह रही हैं। हसीना का वीजा भारत (India) सरकार ने हाल ही में बढ़ा दिया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब बांग्लादेश में उनकी वापसी की मांग जोर पकड़ रही है। देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों और राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, हसीना ने बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण ली थी और तब से दिल्ली के एक सुरक्षित स्थान पर रह रही हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की सहमति से हसीना का वीजा बढ़ाया गया है। हालांकि, भारत सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि हसीना को शरण नहीं दी गई है क्योंकि भारत में शरणार्थियों से संबंधित कोई विशेष कानून मौजूद नहीं है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने 23 दिसंबर को भारत सरकार को एक आधिकारिक नोट भेजा, जिसमें हसीना के खिलाफ विभिन्न आरोप लगाते हुए उनकी वापसी की मांग की गई थी। लेकिन भारत ने इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है क्योंकि ढाका ने इस संबंध में आवश्यक औपचारिकताएं पूरी नहीं की हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हाल ही में 97 व्यक्तियों के पासपोर्ट रद्द कर दिए, जिनमें शेख हसीना का भी नाम शामिल है। इन लोगों पर जुलाई 2023 में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हत्याओं और गायब होने के आरोप हैं। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने 6 जनवरी को हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए उन्हें फरवरी में न्यायाधिकरण के समक्ष पेश होने का आदेश दिया है।
बांग्लादेश की राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग के प्रमुख मेजर जनरल (रिटायर्ड) एएलएम फजलुर रहमान ने कहा कि आयोग के सदस्य भारत आकर शेख हसीना से 2009 में बांग्लादेश राइफल्स (BDR) की ओर से 74 लोगों की हत्या के मामले में पूछताछ करना चाहते हैं। हालांकि, भारत सरकार ने इस संबंध में अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। शेख हसीना के बेटे साजीब वाजेद जॉय ने अगस्त 2023 में इन अफवाहों का खंडन किया था कि उनकी मां ने भारत में शरण का आवेदन किया है या उनका वीजा रद्द किया गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह शेख हसीना पर निर्भर करता है कि वह भविष्य में क्या निर्णय लेती हैं। शेख हसीना के खिलाफ जारी घटनाक्रम ने भारत-बांग्लादेश संबंधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर बांग्लादेश उनकी वापसी की मांग कर रहा है, वहीं भारत ने अभी तक इस मामले पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है। इससे दोनों देशों के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक चर्चाओं का माहौल गर्म है।