शरीफ ने कश्मीर में ‘अत्यंत गंभीर हालात’ पर पी-5 देशों को पत्र लिखा

punjabkesari.in Monday, Sep 19, 2016 - 08:03 PM (IST)

इस्लामाबाद: संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में अपने संबोधन से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे पर सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्य देशों को पत्र लिखकर कहा है कि यह ‘तनाव और अस्थिरता का निरंतर स्रोत’ बना हुआ है जिससे विश्व शांति एवं सुरक्षा को खतरा पैदा होता है।  

विदेश विभाग ने आज बताया कि शरीफ ने कश्मीर में ‘मानवाधिकार के गंभीर उल्लंघन’ के संदर्भ में अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन के राष्ट्राध्यक्षों-शासनाध्यक्षों को पत्र लिखा है। उसने एक बयान में कहा,‘‘पत्र में इस बात पर जोर दिया गया है कि कश्मीर में खतरनाक हालात का क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।’’  

शरीफ ने कहा कि ‘कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं होना क्षेत्र में तनाव एवं अस्थिरता का निरंतर स्रोत बना हुआ है तथा अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है।’ पिछले सप्ताह शरीफ ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीआेके) के हुर्रियत नेताओं से मुलाकात की थी और उनको विश्वास दिलाया था कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र में कश्मीर मुद्दे को पुरजोर ढंग से उठाएंगे। कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवीय कानूनों के कथित ‘हनन’ का उल्लेख करते हुए शरीफ ने सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों से कहा है कि वे कश्मीर मुद्दे पर अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दा संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे में अंतरराष्ट्रीय रूप से स्वीकृत सबसे पुराने अनसुलझे विवाद के तौर पर शामिल है।  

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने लिखा कि कई प्रस्तावों को पारित किए जाने के 68 वर्षों के बाद भी जम्मू-कश्मीर के लोगों को अब भी इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन का इंतजार है जिनमें वादा किया गया था कि आत्मनिर्णय के अधिकार का इस्तेमाल संयुक्त राष्ट्र के निगरानी में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जनमत संग्रह के माध्यम से होगा। उन्होंने इन देशों से कहा कि वे ‘जम्मू-कश्मीर में रक्तपात को तत्काल रोकने’ और मानवाधिकार संबंधी वादों और कश्मीरी लोगों के साथ की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए भारत सरकार का आह्वान करें। 


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