यूक्रेन के हमले बढ़ेः रूसी सेना के उपकरण बनाने वाला प्लांट राख, रूस के बेलगोरोद में भी आपातकाल घोषित (VIDEO)
punjabkesari.in Thursday, Aug 15, 2024 - 01:33 PM (IST)
मॉस्को: रूस के बेलगोरोद सीमा क्षेत्र में बुधवार को आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई। यह कदम तब उठाया गया जब यूक्रेनी सेना ने लगातार दूसरे सप्ताह कुर्स्क क्षेत्र में बड़े पैमाने पर घुसपैठ की कोशिश की। बेलगोरोद के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैदकोव ने कहा कि क्षेत्र की स्थिति "बेहद कठिन और तनावपूर्ण" है, क्योंकि यूक्रेनी हमलों में कई घर नष्ट हो गए हैं और आम लोग हताहत हुए हैं। बेलगोरोद के गवर्नर ग्लैदकोव ने बताया कि हमलों के चलते बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 5,000 बच्चों को सुरक्षित शिविरों में भेजा गया है। इसके अलावा, करीब 11,000 लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं, जिनमें से 1,000 लोग अस्थायी आवास केंद्रों में रह रहे हैं।
🚨🇷🇺INDUSTRIAL PLANT NEAR MOSCOW ON FIRE
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) August 15, 2024
The plant in Lyubertsy, which is rumored to be involved in the production of military equipment, is on fire.
It is 19km southeast of central Moscow.
The cause of the blaze is unknown at present.
Source: RIA pic.twitter.com/ceylhQCHv9
इस बीच खबर है कि मॉस्को से 19 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित ल्युबर्ट्सी के एक इंडस्ट्रियल प्लांट में आज भीषण आग लग गई है। यह प्लांट, जो कथित तौर पर सैन्य उपकरणों के उत्पादन से जुड़ा हुआ है, आग की चपेट में आ गया। आग किस कारण से लगी है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, आग की गंभीरता को देखते हुए स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। फिलहाल यह नहीं कहा जा सकता कि आग हादसे का नतीजा है या किसी और वजह से लगी है।घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भय का माहौल है, और सुरक्षा कारणों से क्षेत्र को घेराबंदी कर दी गई है।
🇷🇺🇺🇦 UKRAINE LAUNCHES DRONE SWARM AS TROOPS ADVANCE FURTHER INTO RUSSIA
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) August 14, 2024
Ukraine pounded Russian regions with missiles and drones as Kyiv said it was advancing deeper in the biggest foreign incursion into Russia for decades.
Yuri Podolyaka, an influential Ukrainian-born,… pic.twitter.com/f6P6OSpZIL
रूसी धरती पर 6 अगस्त से शुरू हुए यूक्रेन के इस आश्चर्यजनक हमले ने क्रेमलिन को हिलाकर रख दिया है। पिछले शनिवार को कुर्स्क में भी आपातकाल घोषित किया गया था। सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद रूस पर यह सबसे बड़ा हमला है। इसमें 10 हजार से अधिक यूक्रेनी सैनिक शामिल हो सकते हैं, जो बख्तरबंद वाहनों और तोपखाने से लैस हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि रूसी सेना ने अपने विमानों, ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग कर यूक्रेन की बख्तरबंद गाड़ियों को ओबशची कोलोदेज, स्नागोस्ट, कौचुक, और एलेक्सेयेव्स्की की कुर्स्क बस्तियों के पास रूस के अंदर तक बढ़ने से रोक दिया है।
इस बीच, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हेओरही तेखयी ने कहा कि यूक्रेन का कुर्स्क क्षेत्र पर कब्जा करने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, "हम बस अपने लोगों के जीवन की रक्षा करना चाहते हैं।" तेखयी ने यह भी दावा किया कि रूस ने हाल के महीनों में कुर्स्क क्षेत्र से 2,000 से अधिक हमले किए हैं, जिसमें विमान रोधी मिसाइल, तोप, मोर्टार, ड्रोन, 255 ग्लाइड बम और 100 से अधिक मिसाइलों का उपयोग किया गया है। यूक्रेनी सेना के कमांडर ओलेक्सांद्र सिरस्की ने मंगलवार को राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के लिए एक वीडियो संदेश में कहा कि यूक्रेन ने अब कुर्स्क क्षेत्र में 74 बस्तियों पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेनी सेना ने पिछले 24 घंटों में 40 वर्ग किलोमीटर (15 वर्ग मील) क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल कर लिया है और वे लगातार आगे बढ़ रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दोनों पक्षों के बीच संघर्ष और बढ़ने की आशंका है। रूस और यूक्रेन के बीच यह तनावपूर्ण हालात एक बड़े संकट का संकेत दे रहे हैं।