पुतिन के विवादित आदेश से रूस में मच गया बवाल

punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2024 - 12:35 PM (IST)

International Desk: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( Vladimir Putin) ने  एक अनोखे और विवादित आदेश के तहत  रूस के नागरिकों विशेष रूप से कामकाजी लोगों को अपने लंच और कॉफी ब्रेक जैसे समय का उपयोग शारीरिक संबंध बनाने  को कहा है। यह कदम जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहित करने और देश की घटती फर्टिलिटी रेट (जन्म दर) को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। पुतिन ने देश की गिरती जनसंख्या दर को बढ़ाने के लिए इस कदम को जरूरी बताया है। रिपोर्ट के अनुसार रूस में, पिछले कुछ वर्षों से जन्म दर में लगातार गिरावट देखी जा रही है। इसका एक बड़ा कारण रूस-यूक्रेन युद्ध है, जिसमें कई युवा पुरुष मारे गए हैं। इसके साथ ही, रूस में महिलाओं का फर्टिलिटी रेट (प्रति महिला बच्चों की संख्या) घटकर 1.5 रह गया है। एक स्वस्थ और स्थिर जनसंख्या बनाए रखने के लिए यह दर 2.1 होनी चाहिए।

 

पुतिन का मानना है कि इस गंभीर जनसंख्या संकट को हल करने के लिए नागरिकों को काम के समय से हटकर शारीरिक संबंध बनाने का समय निकालना चाहिए। उनका कहना है कि यह केवल रूस की जनसंख्या को बढ़ाने का प्रयास नहीं, बल्कि इसे एक राष्ट्र निर्माण का हिस्सा मानना चाहिए। रूस के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. येवगेनी शेस्तोपालोव ने इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि कामकाजी जीवन का दबाव लोगों को संतान उत्पत्ति से नहीं रोकना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे लंच और कॉफी ब्रेक का सही इस्तेमाल करें। मंत्री ने कहा कि काम में बहुत अधिक व्यस्तता का बहाना नहीं होना चाहिए, और लोगों को अपनी संतान वृद्धि के लिए इस समय का इस्तेमाल करना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि जीवन छोटा है, और लोगों को संतान उत्पत्ति में देरी नहीं करनी चाहिए। उनके अनुसार, यह सलाह उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी हो सकती है जो दिन में अधिक घंटे काम करते हैं।

 

 
रूस सरकार ने जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य कदम भी उठाए हैं, जैसे कि:

  • मॉस्को में 18 से 48 साल की महिलाओं के लिए मुफ्त प्रजनन स्वास्थ्य जांच की जा रही है, ताकि उनकी प्रजनन क्षमता को सुनिश्चित किया जा सके।
  • चेल्याबिंस्क क्षेत्र में, सरकार ने आर्थिक सहायता के रूप में प्रोत्साहन देने की योजना शुरू की है।
  • इसके तहत 24 साल से कम उम्र की महिलाओं को पहली संतान होने पर 1.02 मिलियन रूबल (लगभग 9.4 लाख रुपए) दिए जा रहे हैं।
  • भ्रूण हत्या पर पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं ताकि गर्भपात को रोका जा सके और जन्म दर को बढ़ाया जा सके।
  • तलाक की प्रक्रिया को कठिन बनाने के लिए तलाक की फीस में इजाफा किया गया है, ताकि दंपति अलग होने से बचें और परिवार को बढ़ावा दें।
     

रूस की इन नीतियों का उद्देश्य देश की जनसंख्या में हो रही कमी को रोकना और इसे बढ़ाना है। पुतिन का मानना है कि अगर नागरिक इन निर्देशों का पालन करते हैं, तो रूस की जन्म दर में वृद्धि हो सकती है, और देश के जनसंख्या संकट का समाधान किया जा सकता है। हालांकि, यह पहल विवाद का कारण भी बन रही है, क्योंकि काम के समय शारीरिक संबंध बनाने की सलाह को कई लोग असामान्य और असंगत मान रहे हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि जनसंख्या वृद्धि के लिए अधिक प्रभावी और समग्र नीतियों की जरूरत है, जिसमें आर्थिक प्रोत्साहन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार शामिल हो।
 


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Content Writer

Tanuja

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