INF संधि खत्म: रूस ने मिसाइल तैनाती पर प्रतिबंध हटाया, अमेरिका को दी नई चेतावनी
punjabkesari.in Tuesday, Aug 05, 2025 - 03:16 PM (IST)

International Desk: रूस ने सोमवार को एक बड़ा सामरिक निर्णय लेते हुए घोषणा की कि वह अब मध्यम और कम दूरी की मिसाइलों की तैनाती पर स्वैच्छिक रूप से लगाए गए प्रतिबंध को समाप्त कर रहा है। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका ने दो परमाणु पनडुब्बियों को रूस की समुद्री सीमा के निकट तैनात करने का आदेश दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
INF संधि की शर्तें अब लागू नहीं
रूसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा "रूस अब मध्यम और कम दूरी की मिसाइलों (INF मिसाइलों) की तैनाती पर अपने द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से बंधा नहीं है, क्योंकि ऐसी कोई शर्तें अब शेष नहीं रहीं जो इसे लागू बनाए रखें।"यह निर्णय शीत युद्ध के कालखंड के दो प्रमुख प्रतिस्पर्धियों अमेरिका और रूस के बीच बिगड़ते कूटनीतिक रिश्तों को और जटिल बना सकता है।
- अब रूस के पास मध्यम दूरी की मिसाइलों को यूरोप या एशिया के किसी भी हिस्से में तैनात करने की आज़ादी है।
- यह कदम नए हथियारों की होड़ को जन्म दे सकता है, जिसमें अमेरिका भी पीछे नहीं हटेगा।
- नाटो देशों की प्रतिक्रिया वैश्विक सुरक्षा संतुलन और एशिया में मिसाइल नीति भी प्रभावित हो सकती है।
क्या है INF संधि?
वर्ष 1987 में अमेरिका और तत्कालीन सोवियत संघ के बीच INF (Intermediate-Range Nuclear Forces) संधि पर हस्ताक्षर हुए थे। इसका उद्देश्य था 500 से 5,500 किलोमीटर तक की दूरी की जमीन से दागी जाने वाली बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों की तैनाती पर रोक लगाना। अमेरिका ने 2019 में इस संधि से औपचारिक रूप से बाहर निकलने का निर्णय ले लिया था, जिससे यह समझौता प्रभावहीन हो गया।
तनाव का कारण
रूस के हालिया कदम को अमेरिका के उस आदेश से जोड़ा जा रहा है जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो परमाणु हथियारयुक्त अमेरिकी पनडुब्बियों को रूस के तटों के करीब तैनात करने का निर्देश दिया। इससे रूस ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में बताया और जवाब में INF श्रेणी की मिसाइलों पर अपने स्वैच्छिक प्रतिबंध को समाप्त कर दिया।