पुतिन की गुप्त " न्यूक्लियर बंकर अय्याशगाह" जल कर राख, यूक्रेन का माना जा रहा हाथ

punjabkesari.in Saturday, Jun 01, 2024 - 12:37 PM (IST)

मॉस्को: यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक गुप्त आवास आग की चपेट में आने से पूरी तरह जलकर खाक हो गया। रूसी राष्ट्रपति यहां गुप्त रूप से रहने आते थे । रूस के अल्ताई गणराज्य के ओंगुदाई जिले में स्थित इस बिल्डिंग को पुतिन का अनौपचारिक घर माना जाता था पुतिन के बंकरों में गिना जाता है। पुतिन का यह घर आग में जलकर बर्बाद होने की तस्वीरें भी सामने आई हैं। सिरेना अखबार ने इन तस्वीरों की जांच में पाया है कि आग में जली इमारत बिल्कुल पुतिन के खुफिया घर की तरह ही है। माना जाता है कि कोरोना महामारी के दौरान भी पुतिन इसी बंकर में कई दिनों तक ठहरे थे। अल्ताई पर्वत की अनौपचारिक यात्राओं के दौरान भी पुतिन कई बार इस "सेनेटोरियम" में ठहरे हैं।

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हालांकि, इस सीक्रेट बंकर में आग कैसे लगी यह एक रहस्य बनी हुई है। आरोप लगाया जा रहा है कि इसमें यूक्रेन का हाथ हो सकता है  क्योंकि अमेरिका से यूक्रेन को हथियार मिलने के बाद यूक्रेनी सेना ने रूसी क्षेत्रों के अंदर हमला किया था। इस हमले के कुछ ही घंटों के बाद इस बंकर में आग लगने की खबर सामने आई. यह भी स्पष्ट नहीं है कि परिसर के मुख्य आवास को किसी तरह की क्षति पहुंची है या नहीं. पुतिन के इस आलीशान बंगले में आग लगने की खबर ब्लॉगर अमीर एताशेव और एक्टिविस्ट अरुणा अर्ना ने दी है।ओडेसा जर्नल ने सॉफ्टवेयर की मदद से तस्वीरों का विश्लेषण किया, जिसमें पुष्टि हुई कि इन्हें घटना के दिन ही लिया गया था और कोई एडिटिंग का सबूत नहीं मिला है। फिलहाल, रूस के आपातकालीन स्थिति मंत्रालय के ड्यूटी सेक्शन ने पुतिन के घर में आग की रिपोर्टों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं है।  माना जा रहा है  कि इन तस्वीरों को अधिकार कार्यकर्ता अमीर अयताशेव और अरुणा अर्ना ने लिया है।

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पुतिन के राख हुए गुप्त  घर से जुड़ी कई कहानियां मशहूर हैं, जिनमें पुतिन का यहां खून से स्नान करना भी शामिल है। फिलहाल बेहद ही सुरक्षा में रहने वाले इस ठिकाने के  नष्ट होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुतिन के घर के आग में तबाह होने की जानकारी खोजी रिपोर्टिंग करने वाले प्रकाशन वाजने इस्तोरी  ने प्रकाशित की है। इस पुतिन की अय्याशगाह  ये इमारत गजप्रोम सैनिटोरियम के रूप में रजिस्टर्ड की गई थी।  2009 और 2010 के दौरान इसे पुतिन के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया था, जिसमें 3 अरब रूबल (रूसी मुद्रा) खर्च की गई थी। 2011 में इस इमारत के आस-पास सख्त सुरक्षा के इंतजाम कर दिए गए थे। ये इलाका उर्सुल और कटुन नदियों के संगम पर स्थित है।

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इस क्षेत्र में सर्दियों में बहुत कम बर्फबारी होती है और मार्च से गर्म तापमान होता है।ओडेसा जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पुतिन ने अल्ताई पहाड़ों में स्थित इस अय्याशगाह में कई बार जा चुके हैं। यहां पर हिरणों के प्रजनन के लिए विशेष फार्म बनाया गया है। असल बात ये है कि इन हिरणों के सींग से खून निकाला जाता है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 2016 में अल्ताई में स्टेट काउंसिल की बैठक से ठीक पहले पुतिन के लिए 70 किलो सींग निकाले गए थे। इन सींगों को निकालने के दौरान खून को जमा किया जाता है, जिससे नहाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इन हिरणों के खून से नहाने से चमत्कारीय औषधीय गुण होते हैं। हालांकि, इस बात के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं।
 


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Content Writer

Tanuja

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