रिपोर्ट में दावाः अपने ही सैनिकों के दुश्मन बने पुतिन, देखते ही रूसी सैनिकों को गोली से उड़ाने का आदेश !

punjabkesari.in Sunday, Nov 06, 2022 - 11:46 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः रूस और यूक्रेन के बीच  लगभग नौ महीने से जंग जारी  है। दोनों देशों का इस युद्ध में बहुत नुकसान हुआ है।  इसी बीच ब्रिटेन की एक खुफिया एजेंसी ने  रूसी राष्ट्रपति पुतिन को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है ।  खुफिया एजेंसी ने बताया कि  पुतिन ने जंग से पीछे हटने वाले रूसी सैनिकों को गाली मारने का आदेश दिया है। एक खुफिया अपडेट में मंत्रालय ने कहा कि कम मनोबल और लड़ने की अनिच्छा के कारण रूसी सेना ने शायद 'बैरियर सैनिकों' या 'अवरुद्ध यूनिट्स' को तैनात करना शुरू कर दिया है। इसमें कहा गया है, "इन यूनिट्स ने अपने पीछे हटने वाले सैनिकों को गोली मारने की धमकी दी है और इसका इस्तेमाल पिछले कुछ संघर्षों में किया जा चुका है।''

 

मंत्रालय ने यह भी कहा है कि रूसी जनरलों ने संभवतः अपने कमांडरों से कहा है कि वे यूक्रेन में रहने वालों के खिलाफ हथियारों का इस्तेमाल करें। रिपोर्ट्स में यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे रूसी सैनिकों के कमजोर आत्मविश्वास की ओर भी इशारा किया गया है। खासतौर पर सितंबर से जब से यूक्रेन ने वापस से अपने क्षेत्रों पर फिर से कब्जा जमाना शुरू कर दिया था। रूस की सेना यूक्रेन से पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र के लाइमैन शहर सहित देश के कुछ इलाकों में पीछे हट गई है। उल्लेखनीय है कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई महीनों से जारी युद्ध के चलते यूक्रेन में कई इलाके पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। साथ ही, कई जगह बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं।

 

अब पुतिन ने ऐसे रूसी सेना के जवानों को गोली मारने के आदेश दिए हैं, जोकि यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र से पीछे हट रहे हों। इस तरह पुतिन खुद ही अपने जवानों के खून के प्यासे हो गए हैं। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि रूस की सेना यूक्रेन में पीछे हटते हुए पकड़े गए सैनिकों को गोली मारने के उद्देश्य से यूनिट्स की तैनाती कर रही है। इससे पहले भी ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने जून में कहा था कि रूसी सैनिकों के आदेशों से इनकार करने के मामले भी सामने आए हैं, जिसके कारण अधिकारियों और उनके सैनिकों के बीच सशस्त्र गतिरोध भी हुआ। यूक्रेन ने कई रूसी सैनिकों की कॉल को भी इंटरसेप्ट किया है, जिसमें वे रूसी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और यहां तक कह रहे हैं कि वे घायल होना चाहते हैं, जिससे घर वापस जा सकें। वहीं, कई युवाओं ने तो रूस भी छोड़ दिया है, ताकि यूक्रेन के साथ होने वाले युद्ध में हिस्सा न लेना पड़े।


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Content Writer

Tanuja

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