तालिबान ने अफगानिस्तान में ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ का प्रसारण रोका
punjabkesari.in Friday, Dec 02, 2022 - 10:07 AM (IST)
वाशिंगटन, एक दिसंबर (एपी) अमेरिकी सरकार की आधिकारिक प्रसारण सेवा ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ (वीओए) ने बुधवार को कहा कि तालिबानी प्राधिकारियों ने बृहस्पतिवार से अफगानिस्तान में उसके तथा रेडियो फ्री यूरोप/रेडिया लिबर्टी के एफएम रेडियो प्रसारण पर रोक लगा दी है।
वीओए ने कहा कि तालिबानी प्राधिकारियों ने बिना कोई खास वजह बताए ‘‘कार्यक्रम की सामग्री को लेकर मिली शिकायतों’’ का हवाला दिया।
वीओए तथा आरएफई अमेरिकी सरकार द्वारा वित्त पोषित हैं। हालांकि, वे संपादकीय स्वतंत्रता का दावा करते हैं।
गौरतलब है कि तालिबान ने अगस्त 2021 को अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमा लिया था।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बाल्खी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में प्रेस कानून हैं और अगर कोई भी नेटवर्क इन कानूनों का ‘‘बार-बार उल्लंघन’’ करता हुआ पाया जाता है तो उनका देश में काम करने का विशेषाधिकार छीन लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘वीओए और आजादी रेडियो (रेडियो लिबर्टी) इन कानूनों का पालन करने में नाकाम रहे, बार-बार उल्लंघन करते पाए गए, पेशेवर रवैया दिखाने में नाकाम रहे और इसलिए उन्हें बंद कर दिया गया।’’
पैरोकार समूह ‘रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स’ ने हाल ही में कहा कि अफगानिस्तान तालिबान की सत्ता के बाद से 40 प्रतिशत मीडिया संगठन और 60 प्रतिशत पत्रकारों से हाथ धो चुका है।
एपी गोला नरेश नरेश 0112 1329 वाशिंगटन
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
वीओए ने कहा कि तालिबानी प्राधिकारियों ने बिना कोई खास वजह बताए ‘‘कार्यक्रम की सामग्री को लेकर मिली शिकायतों’’ का हवाला दिया।
वीओए तथा आरएफई अमेरिकी सरकार द्वारा वित्त पोषित हैं। हालांकि, वे संपादकीय स्वतंत्रता का दावा करते हैं।
गौरतलब है कि तालिबान ने अगस्त 2021 को अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमा लिया था।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बाल्खी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में प्रेस कानून हैं और अगर कोई भी नेटवर्क इन कानूनों का ‘‘बार-बार उल्लंघन’’ करता हुआ पाया जाता है तो उनका देश में काम करने का विशेषाधिकार छीन लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘वीओए और आजादी रेडियो (रेडियो लिबर्टी) इन कानूनों का पालन करने में नाकाम रहे, बार-बार उल्लंघन करते पाए गए, पेशेवर रवैया दिखाने में नाकाम रहे और इसलिए उन्हें बंद कर दिया गया।’’
पैरोकार समूह ‘रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स’ ने हाल ही में कहा कि अफगानिस्तान तालिबान की सत्ता के बाद से 40 प्रतिशत मीडिया संगठन और 60 प्रतिशत पत्रकारों से हाथ धो चुका है।
एपी गोला नरेश नरेश 0112 1329 वाशिंगटन
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