अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट लीक जांच : इतने सारे सवाल, इतने कम जवाब

punjabkesari.in Saturday, Jul 23, 2022 - 10:38 PM (IST)

वाशिंगटन, 23 जुलाई (एपी) अमेरिका में गर्भपात से संबंधित ‘रो बनाम वेड’ के ऐतिहासिक फैसले को पलटने वाले निर्णय के मसौदे के अप्रत्याशित रूप से लीक होने के 24 घंटे से भी कम समय के भीतर, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने ‘गंभीर उल्लंघन’ की जांच के आदेश दिये, लेकिन उसके बाद चुप्पी छाई हुई है।

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट को ईमेल के जरिये भेजे गये विभिन्न सवालों का फिलहाल एक ही जवाब मिला है: ‘‘कोर्ट कोई टिप्पणी नहीं करेगा।’’
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से जो महत्वपूर्ण सवाल पूछे गये थे, उनमें शामिल हैं कि क्या न्यायालय अब भी मामले की जांच कर रहा है, क्या मसौदे को लीक करने वाले की पहचान कर ली गयी है या किसी के खिलाफ इसके लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है या क्या संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) या किसी अन्य लॉ फर्म को इसके लिए लगाया गया है, या इसने भविष्य में ऐसी घटना रोकने के लिए कदम उठाये हैं?
इन सवालों का जवाब सुप्रीम कोर्ट की प्रवक्ता पैट्रीसिया मैककेब ने एक वाक्य में दिया है : ‘‘कोर्ट को इस पर कुछ नहीं कहना है।’’
न्यायमूर्ति रॉबर्ट्स ने ‘पोलिटिको’ में निर्णय के मसौदे के उस अंश के प्रकाशित होने के एक दिन बाद तीन मई को जांच की घोषणा की थी, जिसमें न्यायमूर्ति सैमुअल अलिटो के विचार का विस्तृत हिस्सा प्रकाशित हुआ था। कोर्ट मार्शल गेल कर्ली को जांच का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के सबसे लंबे समय तक सदस्य रहे न्यायमूर्ति क्लेरेंस थॉमस ने कहा कि न्यायालय को ऐसा नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती।
अमेरिका के कम से कम नौ राज्यों में गर्भपात काफी हद तक बंद हो गए हैं, और इस फैसले से लगभग आधे राज्यों में गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने या गंभीर रूप से प्रतिबंधित होने की उम्मीद है।

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में लीक और जांच के बहुत कम उदाहरण हैं।
एपी सुरेश दिलीप दिलीप 2307 2237 वाशिंगटन

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PTI News Agency

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