पाकिस्तान और चीन की सेनाओं ने रक्षा और आतंकवाद रोधी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जतायी

punjabkesari.in Monday, Jun 13, 2022 - 06:47 PM (IST)

इस्लामाबाद/बीजिंग, 13 जून (भाषा) पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान और चीन के बीच सदाबहार रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए चीन के सैन्य नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत की। चीन और पाकिस्तान ने ‘‘चुनौतीपूर्ण समय’’ के बीच रक्षा और आतंकवाद रोधी सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जतायी। जनरल बाजवा ने पाकिस्तान के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ रविवार को पूर्वी चीन के शानदोंग प्रांत की राजधानी किंगदाओ में चीन के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की जिसका नेतृत्व वाइस चेयरमैन सेंट्रल मिलिट्री कमीशन जनरल झांग यूक्सिया कर रहे थे। पाकिस्तान सेना के एक बयान के अनुसार, पाकिस्तान के त्रि-सेवा सैन्य प्रतिनिधिमंडल ने 9 से 12 जून तक चीन का दौरा किया, जहां उसने चीनी सेना और अन्य सरकारी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक चर्चा की।

शीर्ष बैठक रविवार को हुई थी जिसमें पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व जनरल बाजवा ने किया जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व जनरल झांग ने किया।

बयान के अनुसार, ‘‘दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर अपने दृष्टिकोण पर चर्चा की और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया।’’इसमें कहा गया, ‘‘पाकिस्तान और चीन ने चुनौतीपूर्ण समय में अपनी रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की और आपसी हित के मुद्दों पर दृष्टिकोण के नियमित आदान-प्रदान को जारी रखने पर सहमति जतायी। दोनों पक्षों ने त्रि-सेवा स्तर पर अपने प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी और आतंकवाद रोधी सहयोग को बढ़ाने का संकल्प भी लिया।’’जनरल झांग ने कहा, ‘‘चीन और पाकिस्तान दीर्घकालिक रणनीतिक सहयोगी साझेदार हैं।’’ उन्होंने कहा कि वर्षों से दोनों पक्षों ने घनिष्ठ समन्वय बनाए रखा है और एक-दूसरे के मूल हितों से संबंधित मुद्दों पर एक-दूसरे का दृढ़ता से समर्थन किया है।

चीनी सेना ने एक बयान में कहा कि वार्ता के दौरान जनरल झांग ने कहा कि चीन संचार को मजबूत करने, सहयोग को मजबूत करने, पाकिस्तान के साथ व्यावहारिक आदान-प्रदान को गहरा करने और क्षेत्रीय स्थिति में जटिल कारकों से ठीक से निपटने के लिए तैयार है, ताकि और विकास के लिए दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंधों को आगे बढ़ाया जा सके। बयान में कहा गया है कि बैठक में दोनों पक्षों ने अप्रैल में पाकिस्तान में कराची विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की शटल वैन पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि चीन-पाकिस्तान की मित्रता को कमजोर करने का कोई भी प्रयास विफल होना तय है।

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की एक बुर्काधारी महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा 26 अप्रैल को कराची के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की एक वैन को निशाना बनाकर किये गए विस्फोट से तीन चीनी शिक्षकों की मौत हो गई थी।

जनरल बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान-चीन की दोस्ती अटूट और मजबूत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हर समय चीन के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा, चाहे अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थिति कितनी भी बदल जाए।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान चीन सेना के साथ बातचीत और समन्वय बढ़ाने, पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग करने, आतंकवादी ताकतों पर नकेल कसने, विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में दोनों पक्षों की क्षमताओं में सुधार करने का प्रयास करने और दोनों देशों के साझा हितों की रक्षा करने के लिए तैयार है।

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PTI News Agency

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