कोविड-19 का रहता है दीर्घकालिक प्रभाव
punjabkesari.in Thursday, Nov 12, 2020 - 09:27 PM (IST)
वाशिंगटन, 12 नवंबर (भाषा) वैज्ञानिकों ने अमेरिका में 1,600 से अधिक कोविड-19 रोगियों के डेटा का अध्ययन किया और पाया कि बीमारी का दीर्घकालिक प्रभाव होता है।
अनुसंधानकर्ताओं में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के अनुसंधानकर्ता भी शामिल थे।
उन्होंने मिशिगन के 38 अस्पतालों में भर्ती 1,648 कोविड-19 रोगियों के डेटा का विश्लेषण किया और पाया कि उनमें से 398 की अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान मौत हो गई तथा 1,250 जीवित बच गए।
अनुसंधानकर्ताओं ने 488 मरीजों का उनके अस्पताल में भर्ती होने के लगभग 60 दिन बाद साक्षात्कार किया। इनमें से 39 प्रतिशत से अधिक मरीजों ने कहा कि वे अस्पताल से छुट्टी मिलने के दो महीने बाद भी अभी तक सामान्य गतिविधियां शुरू नहीं कर पाए हैं।
अध्ययन रिपोर्ट पत्रिका ‘एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन’ में प्रकाशित हुई है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अनुसंधानकर्ताओं में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के अनुसंधानकर्ता भी शामिल थे।
उन्होंने मिशिगन के 38 अस्पतालों में भर्ती 1,648 कोविड-19 रोगियों के डेटा का विश्लेषण किया और पाया कि उनमें से 398 की अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान मौत हो गई तथा 1,250 जीवित बच गए।
अनुसंधानकर्ताओं ने 488 मरीजों का उनके अस्पताल में भर्ती होने के लगभग 60 दिन बाद साक्षात्कार किया। इनमें से 39 प्रतिशत से अधिक मरीजों ने कहा कि वे अस्पताल से छुट्टी मिलने के दो महीने बाद भी अभी तक सामान्य गतिविधियां शुरू नहीं कर पाए हैं।
अध्ययन रिपोर्ट पत्रिका ‘एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन’ में प्रकाशित हुई है।
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