पाकिस्तानी सीनेटर ने सिंध में हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण का मुद्दा उठाया, जताई चिंता
punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 02:34 PM (IST)

पेशावरः पाकिस्तान में सीनेट सदस्य और हिंदू नेता दानेश पलयानी ने सिंध प्रांत में हिंदू समुदाय की लड़कियों को जबरन धर्मांतरण और गंभीर मानवाधिकार संकट पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने गंभीर मानवाधिकारों के दुरुपयोग में शामिल प्रभावी लोगों के खिलाफ निष्क्रियता के लिए सरकार की आलोचना और कहा कि हिंदू समुदाय की लड़कियों को जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया जा रहा है। देश की संसद में बोलते हुए सीनेटर दानेश कुमार पलयानी ने कहा कि पाकिस्तान का संविधान जबरन धर्म परिवर्तन की अनुमति नहीं देता है और न ही कुरान।
पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों द्वारा अल्पसंख्यक समुदायों की युवा महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षा की निरंतर कमी पर निराशा व्यक्त करने के बाद पाकिस्तानी हिंदू नेता की टिप्पणी आई है। पल्यानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, हिंदुओं की बेटियां कोई लूट का माल नहीं है कि कोई जबरन उनका धर्म परिवर्तन करा दे, सिंध में हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मासूम प्रिया कुमारी के अपहरण को दो साल हो गए हैं, सरकार इन प्रभावशाली लोगों पर कार्रवाई नहीं करती। पाकिस्तान का कानून/संविधान जबरन धर्म परिवर्तन की अनुमति नहीं देता है और न ही पवित्र कुरान।
विशेषज्ञों ने कहा, ईसाई और हिंदू लड़कियां विशेष रूप से जबरन धर्म परिवर्तन, अपहरण, तस्करी, बच्चे, जल्दी और जबरन शादी और यौन हिंसा के प्रति संवेदनशील रहती हैं। धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित युवा महिलाओं और लड़कियों को ऐसे जघन्य मानवाधिकार उल्लंघनों के संपर्क में लाना और ऐसे अपराधों की छूट को अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और न ही उचित ठहराया जा सकता है। बता दें कि 11 अप्रैल के एक रीडआउट में, संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि धार्मिक अल्पसंख्यकों की लड़कियों की जबरन शादी और धर्म परिवर्तन को अदालतों द्वारा मान्य किया गया है।अक्सर पीड़ितों को उनके माता-पिता के पास लौटने की अनुमति देने के बजाय उनके अपहरणकर्ताओं के साथ रखने को उचित ठहराने के लिए धार्मिक कानून का सहारा लिया जाता है।