पाकिस्तान ने नई सरकार बनते ही फिर उठा लिया "कटोरा", अब 6 अरब डॉलर की मांगी भीख
punjabkesari.in Thursday, Feb 29, 2024 - 05:15 PM (IST)
इस्लामाबादः राजनीतिक उठा-पठक के बीच कंगाल पाकिस्तान में नई सरकार का गठन हो गया है। लेकिन इससे पहले ही भीख मांगने के लिए दुनिया भर में मशहूर पाकिस्तान ने एक बार फिर कटोरा उठा लिया है । पाकिस्तान ने जैसे-तैसे चुनाव तो करा लिया और शाहबाज शरीफ की अगुवाई में नई सरकार भी बना ली लेकिन देश के हालात पहले से भी बदतर हो चुके हैं जो नई शहबाज सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित होंगे। पाकिस्तान ने नई सरकार बनते ही फिर ‘भीख’ मांगने का प्लान बना लिया है। कुछ महीने पहले ही पाक ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 3 अरब डॉलर का कर्ज किया था, जो काफी मन्नतें और मान-मनौव्वल के बाद उसे मिला था।
एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान को अप्रैल तक 1 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसियों का कहना है कि अगर पाकिस्तान कर्ज का भुगतान करने में चूक जाता है तो उसे अगला लोन मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। पाकिस्तान के एक अकिधारी ने बताया है कि इस बार IMF से 6 अरब डॉलर (करीब 50 हजार करोड़ रुपए) का कर्ज मांगने की प्लानिंग है जिससे कर्ज चुकाया जाएगा। बता दें कि IMF के पास हर देश के लिए आपात स्थिति में फंड लेने की सुविधा होती है और इसी नियम के तहत पाकिस्तान खुद को मिलने वाले कर्ज की रकम को बढ़ाने की जुगत में है। अधिकारी का कहना है कि मार्च या अप्रैल में IMF के साथ इस पर बातचीत शुरू की जाएगी। पाकिस्तान की नई बनी सरकार को आशा है कि IMF उसकी जरूरत पूरी कर देगा।
आर्थिक मंदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान ने आजादी के बाद से अब तक IMF से 23 बेलआउट पैकेज लिए हैं। । बेलआउट पका मतलब है कि अपने खर्चों और बकाए को चुकाने के लिए आपात फंड लेना। दुनिया में अब तक किसी भी देश की ओर से लिया गया यह सबसे ज्यादा बेलआउट पैकेज है। 23 से ज्यादा पैकेज अभी तक किसी भी देश ने नहीं लिया है। पाकिस्तान को चालू वित्तवर्ष में जुलाई तक 25 अरब डॉलर चुकाने थे, जो उसके कुल विदेशी पूंजी भंडार का 3 गुना है। इस तरह का कर्ज महज 3 से 4 साल के लिए दिया जाता है और उसे 4.5 साल से लेकर 12 साल के भीतर चुकाना होता है। ग्लोबल निवेशक भी चुनाव के बाद पाकिस्तान के हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।