PAK सेना फिर बेशर्मी पर उतरी, भारत पर लगा रही तालिबान के साथ आतंकवाद फैलाने का झूठा आरोप
punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 01:05 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क : पाकिस्तान ने घरेलू सुरक्षा संकट और आतंकवाद पर नाकामी के बाद भारत पर झूठे आरोप लगाते हुए कहा कि भारत अफगानिस्तान की धरती से पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान और तालिबान के बीच तनाव चरम पर है, खासकर तहरीक-ए-तालिबान (TTP) के मुखिया नूर वली महसूद को निशाना बनाने वाले हवाई हमलों के बाद।
पाकिस्तानी सेना का आरोप
पेशावर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तानी सेना के प्रोपेगेंडा विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (DG-ISPR) के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने खैबर पख्तूनख्वा में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों की वजहें बताईं। उन्होंने कहा कि नेशनल एक्शन प्लान (NAP) पर काम नहीं होना और आतंकवाद का राजनीतिकरण इसका मुख्य कारण है। इसके साथ ही उन्होंने भारत पर आरोप लगाया कि वह अफगानिस्तान को पाकिस्तान के खिलाफ आतंकियों का अड्डा बना रहा है।
चौधरी ने कहा कि अमेरिका द्वारा 2021 में छोड़े गए हथियार आतंकियों तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान की अफगानिस्तान से मांग दोहराई कि उसकी जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए न हो। चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान इस मामले में सऊदी अरब, यूएई, चीन, अमेरिका और तुर्की के जरिए अफगानिस्तान से सीधे बातचीत कर रहा है।
तालिबान और भारत के संबंधों का असर
यह आरोप ऐसे समय पर आया है जब अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी 8 दिवसीय भारत दौरे पर हैं और उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। भारत और अफगान तालिबान सरकार के संबंधों में यह रीसेट का संकेत माना जा रहा है, जिसने पाकिस्तान को असहज कर दिया है।
TTP हवाई हमले और अफगान प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने TTP के मुखिया नूर वली महसूद को निशाना बनाते हुए काबुल में हवाई हमले किए। हालांकि, महसूद के ऑडियो संदेश में उन्होंने दावा किया कि वे सुरक्षित हैं। अफगान तालिबान ने पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक को “अभूतपूर्व, हिंसक और उकसाने वाली कार्रवाई” करार दिया और कहा कि यह काबुल की संप्रभुता का उल्लंघन है।
मुत्तकी का संदेश
भारत दौरे पर आए तालिबान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा, “अफगानिस्तान के लोगों के हौसले को चुनौती नहीं दी जानी चाहिए। उन्हें छेड़ा न जाए। अफगान हुकूमत, लोग और सियासत सुलहपसंद हैं। हम अपने पड़ोसियों से अच्छे संबंध और राजनयिक संबंध चाहते हैं।”