पाकिस्तान-चीन सेना ने बलूच विद्रोहियों के खात्मे के लिए मिलाया हाथ, रक्षा सहयोग बढ़ाने पर जताई सहमति

punjabkesari.in Tuesday, Jun 14, 2022 - 12:00 PM (IST)

इस्लामाबाद/बीजिंग: पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान और चीन के बीच सदाबहार रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए चीन के सैन्य नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत की। चीन और पाकिस्तान ने ‘‘चुनौतीपूर्ण समय’’ के बीच रक्षा और बलूच विद्रोहियों के खात्मे के लिए आतंकवाद रोधी सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जताई  ।  लेकिन इस दौरान चीन ने पाकिस्तान में अपने नागरिकों पर हो रहे हमलों को लेकर  खुलकर नाराजगी जताई। 

 

चीन ने बीजिंग की यात्रा पर आए पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों के सामने यह मुद्दा उठाया। उसने बाजवा से कहा कि बलूचिस्तान प्रांत में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के लिए काम करने वाले चीनी नागरिकों पर हमला रोका जाना चाहिए। गौरतलब है कि बलूच विद्रोही नियमित रूप से CPEC बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, जैसे गैस पाइपलाइन और बिजली टावरों को निशाना बना रहे हैं। वे चीन को एक साम्राज्यवादी शक्ति के रूप में मानते हैं, जो पाकिस्तान सरकार के साथ-साथ बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों को लूटना चाहता है।

 

जिसके बाद पाकिस्तान व चीन की सेनाएं मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में अपने रक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हो गई हैं। पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अपने चीनी समकक्ष के साथ संबंधों को और मजबूत बनाने पर विस्तृत बातचीत की है। पाकिस्तान सेना के एक बयान के अनुसार, पाकिस्तान के त्रि-सेवा सैन्य प्रतिनिधिमंडल ने 9 से 12 जून तक चीन का दौरा किया, जहां उसने चीनी सेना और अन्य सरकारी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक चर्चा की। 

 

शीर्ष बैठक रविवार को हुई थी जिसमें पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व जनरल बाजवा ने किया जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व जनरल झांग ने किया। बयान के अनुसार, ‘‘दोनों पक्षों ने अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर अपने दृष्टिकोण पर चर्चा की और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया।’’ दोनों पक्षों ने त्रि-सेवा स्तर पर अपने प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी और आतंकवाद रोधी सहयोग को बढ़ाने का संकल्प भी लिया।’’ 

 

वार्ता के दौरान जनरल झांग ने कहा कि चीन संचार को मजबूत करने, सहयोग को मजबूत करने, पाकिस्तान के साथ व्यावहारिक आदान-प्रदान को गहरा करने और क्षेत्रीय स्थिति में जटिल कारकों से ठीक से निपटने के लिए तैयार है, ताकि और विकास के लिए दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंधों को आगे बढ़ाया जा सके। बयान में कहा गया है कि बैठक में दोनों पक्षों ने अप्रैल में पाकिस्तान में कराची विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की शटल वैन पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि चीन-पाकिस्तान की मित्रता को कमजोर करने का कोई भी प्रयास विफल होना तय है।

 

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की एक बुर्काधारी महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा 26 अप्रैल को कराची के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की एक वैन को निशाना बनाकर किये गए विस्फोट से तीन चीनी शिक्षकों की मौत हो गई थी।जनरल बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान-चीन की दोस्ती अटूट और मजबूत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हर समय चीन के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा, चाहे अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थिति कितनी भी बदल जाए।


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Content Writer

Tanuja

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