कुछ प्रवासी भारतीय पत्नियों को भारत में ही छोड़ देते हैं: ब्रिटिश रिपोर्ट

punjabkesari.in Wednesday, Sep 28, 2016 - 10:42 PM (IST)

लंदन: ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय की नयी रिपोर्ट में सामने आया है कि कुछ ब्रिटिश भारतीय उन दक्षिण एशियाई लोगों के समूह में शामिल हैं जो अपनी पत्नियों से दुव्र्यवहार करने और उन्हें अपने मूल देशों में छोड़ देने के दोषी हैं। 

लिंकन विश्वविद्यालय की ‘डिस्पोजेबल वूमेन एम्यूज, वायलेंस और एबंडमेंड इन ट्रांसनेशनल मैरीजेज’ में इसे विशेषकर ब्रिटेन से लेकर भारतीय उपमहाद्वीप के संदर्भ में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उभरते रूप में पेश किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है,‘‘अंतराष्ट्रीय शादियों में अनिवासी भारतीयों द्वारा पत्नियों का परित्याग एक व्यापक परिघटना हो गयी है। इस रिपोर्ट में भारत में परित्यक्त महिलाओं का खास अनुभव पर ध्यान देना है, अनुभव दर्शाता है कि उत्पीडऩ एवं परित्याग की उनकी दुखद कहानी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्यत्र की महिालाओं में नजर आती हैं।’’  

रिपोर्ट कहती है कि दहेज की निरंतर मांग और बढ़ती हिंसा, जहां एेसी मांगें पूरी नहीं होती हैं, बहुसंख्य महिलाओं के उत्पीडऩ में महत्वपूर्ण संदर्भ है। दहेज की मांग पूरा करने की असमर्थता के चलते महिलाएं छोड़ दी जाती हैं।’’ यह रिपोर्ट तैयार करने वाले विद्वान अब ब्रिटिश सरकार इन महिलाओं के उत्पीडऩ को घरेलू हिंसा के रूप मान्यता देने का आह्वान कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ सोशल एंड पॉलिटिकल साइंसेज की सुंदरी अनिता ने पंजाब, दिल्ली और गुजरात की यात्राओं के दौरान व्यक्तिगत रूप से प्रभावित कई महिलाओं से बातचीत की। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News